बुदनी विधानसभा के बकतरा गांव में शुक्रवार सुबह एक युवक का शव मिलने के बाद तनाव पैदा हो गया। पुलिस के अनुसार गुरुवार रात कस्बे के बबलेश चौहान और संजय अहिरवार के बीच विवाद हो गया था। शुक्रवार सुबह बबलेश का शव मिला तो उसके समाज के लोग उत्तेजित हो गए। लोगों की भीड़ ने दलितों के घरों पर धावा बोलकर भारी तोड़फोड़ की। लोहे के दरवाजे तोड़कर वे घरों में घुस गए और सामान तितर-बितर कर दिया। कुछ घरों में महिलाएं इस दौरान बचाव के लिए चिल्लाती रहीं। उपद्रवियों ने एक दुकान में भी आग लगा दी। बाद में सीहोर, रायसेन और नर्मदापुरम से बड़ी संया में पुलिस बल बकतरा पहुंचा और स्थिति संभाली। उपद्रव के कारण कस्बे के बाजार बंद रहे और लोगों में दहशत का माहौल रहा। हालांकि देर शाम स्थिति सामान्य हो गई। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा की दृष्टि से यहां पुलिस बल फिलहाल तैनात रहेगा।
उपद्रवियों ने पुलिस के साथ भी झूमाझपटी की, जिसमें तीन पुलिसकर्मियों को भी हल्की चोट लगने की बात भी कही जा रही रही है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है, जिसमें से संजय का नर्मदापुरम में इलाज चल रहा है। जिले से एडिशनल कलेक्टर वृंदावन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गीतेश गर्ग बकतरा पहुंचे। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि स्थिति अभी पूरी तरह से नियंत्रण में है, लेकिन पुलिस को अलर्ट रखा गया है। युवक के शव का पीएम के बाद अंतिम संस्कार हो गया है, यदि जरूरत पड़ी तो आगे भी गांव में पुलिस बल तैनात रहेगा।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बकतरा गांव किरार समाज बाहुल्य है। यहां पर अनुसूचित जाति और किरार समाज के लोग हमेशा आमने-सामने रहते हैं। बताया जा रहा है कि किरार समाज के लोगों ने दलितों का सामाजिक बहिष्कार कर दिया था। गुरुवार रात भी दोनों पक्षों के बीच आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण विवाद हुआ।
शराब पीने के दौरान हुआ था विवाद
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मृतक बबलेश चौहान और संजय अहिरवार रात को एक साथ शराब पी रहे थे, तभी दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। रात में संजय अहिरवार ने शाहगंज पहुंचकर बबलेश चौहान के खिलाफ मारपीट और जातिसूचक गालियां देने को लेकर एफआइआर दर्ज कराई। पुलिस मामले में कोई कार्रवाई करती, उससे पहले ही सुबह गांव में बबलेश का शव मिला, जिसके बाद समाज के लोग एकजुट होकर सड़कपर आ गए और बवाल शुरु हो गया। इस दौरान तोड़फोड़ हुई, वीडियो, फोटो खींच रहे व्यक्तियों के मोबाइल छीने गए। दुकानों में तोड़फोड़ कर आगजनी भी की गई। रास्ते में पड़े कचरे में लगाई गई आग को बुझाने के लिए पुलिस ने दमकल बुलाई। और जैसे ही यह बात पुलिस अफसरों को पता चली, तत्काल नजदीकी थानों से फोर्स भेजकर स्थिति पर काबू पाया गया।
शाहगंज रोड पर शव रखकर लगाया जाम
युवक की हत्या के बाद सुबह से ही बकतरा गांव में बवाल शुरु हो गया। सबसे पहले आक्रोशित भीड़ ने बाजार बंद कराया, इस दौरान जो लोग विरोध कर रहे थे, उनके साथ मारपीट भी की गई। तोड़फोड़ करते हुए लोग शाहगंज रोड पर पहुंचे, जहां चक्का जाम कर दिया। जैसे ही इस बात की खबर पुलिस को मिली, तत्काल बल मौके पर पहुंच गया और भीड़ पर नियंत्रण शुरु किया, लेकिन लोग नहीं माने। आगजनी को रोकने के लिए बुदनी और शाहगंज और बुदनी से फायर ब्रिगेड बुलाई गई। दोपहर तक काफी बवाल चला, लेकिन जैसे ही नर्मदापुरम, रायसेन से पुलिस बल पहुंचा, लोग इधर-उधर हो गए। दोपहर बाद सीहोर पुलिस लाइन के बल ने बकतरा पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में बताई जा रही है। युवक के शब का बुदनी अस्पताल में तीन डॉक्टर्स की टीम ने पोस्टमार्टम कर शव को पुलिस की मौजूदगी में परिजन ने अंतिम संस्कार कर दिया।