Unbrako Factory से धुंआ के गुब्बार उठते देख आसपास के गांवों में हड़कंप मच गया। तत्काल प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। एडीएम वृंदावन सिंह, एसडीएम तन्मय वर्मा, सीएसपी निरंजन सिंह राजपूत फैक्टरी पहुंचे, सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। आग पर काबू पाने के लिए सीहोर, कोठरी और आष्टा से दमकल बुलाई गई। एक के बाद एक करीब 20 दमकल पानी डालने के बाद भी ऑयल की आग नहीं बुझी। सीहोर, भोपाल और सोनकच्छ से चार फोम फायर एक्सटिंग्विशर बुलाए गए, जिसके बाद आग पर काबू गया। अनब्राको का सालाना टर्नओवर करीब 720 करोड़ रुपए का बताया जा रहा है। इस भीषण अग्निकांड के नुकसान से उबरने में फैक्टरी प्रबंधन को समय लग सकता है।
हटाए गैस सिलेंडर, नहीं तो हो जाता सब बर्बाद
Factory में भीषण आग का मैसेज मिलते ही प्रशासन तत्काल अलर्ट हो गया। सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर एक के बाद एक फायर ब्रिगेड और एबुलेंस भेजी गईं, वहीं पुलिस बल के साथ अफसर भी मौके पर पहुंच गए। नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) निरंजन सिंह राजपूत ने बताया कि स्क्रैप यार्ड के पास की बड़ी मात्रा में ज्वलनशील गैस के सिलेंडर रखे थे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गैस सिलेंडर दूसरी तरह शिट कराए और फैक्टरी में काम कर रहे 850 से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर निकाला। सीएसपी के मुताबिक यदि आग गैस सिलेंडरों तक पहुंच जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। प्रशासन की तत्परता के चलते कोई जनहानि नहीं हुई। इस फैक्टरी में करीब 1800 कर्मचारी काम करते हैं। अनब्राको में भीषण आग करीब 1.20 बजे लगी। ऑयल के ड्रम के आग पकड़ते ही काले धुआं के गुब्बार ऐसे उठे कि पांच किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहे थे। स्क्रैप भी ऑयल में भीगी रहती हैं। जैसे-जैसे आग बुझाने के लिए दमकलकर्मी पानी डालें, आग बुझने के बजाय ऑयल फैलने के साथ बढ़ती जाए। धुआं देख फैक्टरी के बाहर इंदौर-भोपाल स्टेट हाइवे पर भीड़ जुट गई। अनब्राको में काम करने वाले ज्यादातर लोग आसपास के गांवों से एक-एक कर कर्मचारियों के परिजन आने लगे। भीषण अग्निकांड के चलते दो से तीन घंटे खोखरी में हाइवे पर लोग खड़े दिखाई दिए।
एक के बाद एक कई एबुलेंस पहुंची फैक्ट्री
फैक्टरी में भीषण आग लगने के उपरांत न केवल एक के बाद एक फायर ब्रिगेड भेजी गई, बल्कि जनहानि का अंदेशा होने के चलते चार-पांच एबुलेंस एक साथ फैक्टरी पहुंची, जिसे देख सबको लगा कि अंदर कोई बड़ी जनहानि हुई है। इसके अलावा जिला अस्पताल में अलर्ट जारी किया गया। सभी ड्यूटी डॉक्टर्स को कॉल कर बुलाया। सुबह 8 से 2 बजे की शिट में काम कर रहे मेडिकल स्टाफ की छुट्टी रोकी गई, लेकिन जैसे ही स्थिति स्पष्ट हुई, जिला अस्पताल में सब सामान्य हो गया। बाहर भी लोग जनहानि नहीं होने को लेकर निश्चिंत हो गए। फैक्टरी में जिस समय आग लगी, करीब 850 वर्कर काम कर रहे थे। फैक्टरी के अंदर महिला वर्कर भी बड़ी संया में काम करती हैं। स्क्रैप यार्ड के कई तरफ से आग की लपटें उठते देख सभी सहम गए और काम छोड़ गेट की तरफ दौड़ लगा दी। इस दौरान भगदड़ में कई वर्कर जमीन पर भी गिर गए। हालांकि, सभी सुरक्षित बाहर आ गए, किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। प्रबंधन ने इलेक्ट्रिसिटी केबल ठीक होने तक दो दिन के लिए फैक्टरी बंद रहने की बात कही है। अनब्राको फैक्टरी के पीआरओ विनीत दुबे ने बताया कि Unbrako के स्क्रैप यार्ड में आग लगी है। यहां जले हुए ऑयल के ड्रम रखे थे, जिससे आग ज्यादा फैल गई। फैक्टरी में कोई जनहानि नहीं हुई है। इलेक्ट्रिसिटी केबल जल गई है। दो दिन फैक्टरी बंद रहेगी। इस अग्निकांड से करीब साढ़े पांच करोड़ के नुकसान का अंदेशा है। टेक्नीकल टीम सही आंकलन कर रही है।