वहीं, मेला प्रशासन महाशिवरात्रि पर उमड़ने वाली भीड़ को लेकर अलर्ट मोड में है। संगम नोज पर भीड़ का दबाव बढ़ने की स्थिति में लोगों को अन्य घाटों पर डाइवर्ट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही अन्य मेला क्षेत्र में सभी गाडियों का प्रवेश रोक दिया गया है।
अमृत स्नान जैसा महासंयोग
महाकुंभ में महाशिवरात्रि पर अमृत स्नान जैसा महासंयोग बन रहा है। 26 फरवरी को त्रिग्रही के साथ ही बुधादित्य योग और चंद्रमा के नक्षत्र श्रवण का भी संगम होगा। चंद्रमा के नक्षत्र श्रवण में 31 सालों के बाद बुधादित्य और त्रिग्रही योग में महाशिवरात्रि मनाई जाएगी और श्रद्धालु त्रिवेणी के तट पर स्नान करेंगे। सूर्य, बुध और शनि तीनों शनि की राशि कुंभ में विराजमान होकर अमृत स्नान का महायोग बना रहे हैं।
महाकाल के पट सतत 44 घंटे खुले रहेंगे
उज्जैन में महाकाल मंदिर के पट मंगलवार रात 2:30 बजे से खुल गए। अब यह लगातार 44 घंटे दर्शन के लिए खुले रहेंगे। 27 फरवरी दोपहर 12 बजे विशेष भस्म आरती होगी, जो वर्ष में केवल एक बार आयोजित होती है। शनिवार, रविवार, सोमवार और मंगलवार को पहले ही 8-10 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। महाशिवरात्रि पर यह संख्या एक ही दिन में 10 लाख पार कर सकती है। प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए सुरक्षा बल तैनात किए हैं। दर्शनार्थियों को ढाई किलोमीटर की पदयात्रा कर दूल्हा बने बाबा की झलक देखने को मिलेगी। मंदिर प्रशासन का दावा है कि एक से डेढ़ घंटे में हर दर्शनार्थी को सुलभ दर्शन करा देंगे, वहीं पिछले वर्षों के अनुभव अनुसार ढाई से तीन घंटे दर्शन करने में लगेंगे। बाबा विश्वनाथ के वीआईपी दर्शन पर रोक
वाराणसी. वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए 25 से 27 फरवरी तक ‘वीआईपी दर्शन’ की व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ के कारण इस बार भारी भीड़ रहने की संभावना है। इस दौरान होने वाले शिव विवाह को देखने के लिए भारी संख्या में लोग वाराणसी पहुंच रहे हैं।