रिश्तों में ‘16’ का सांकेतिक महत्व
रिश्तों में ‘16’ का सांकेतिक महत्व देखें तो यह विपरीत के बीच संतुलन साधने का भी प्रतीक है। ‘1’ यानि ‘मैं’ और ‘6’ यानि ‘समूह’। ‘मैं’ और ‘समूह’ को साथ लेकर चलने की कला 16वें साल से तो जरूर सीखना शुरू कर देना चाहिए। यही सीख परिवार, समाज, देश को खुद से ऊपर रखने की सोच देती है।ज्योतिष शास्त्र में भी अंक ‘16’ का
ज्योतिष शास्त्र में भी अंक ‘16’ का संबंध ज्ञान और दिव्य शक्ति से बताया गया है। टैरो कार्ड पढ़ कर भविष्य बताने वाले भी 16वें कार्ड को ‘टावर कार्ड’ कहते हैं जो अचानक आने वाले परिवर्तन और नई चीजों के सामने आने से जुड़ा है। यह भी इसी बात का प्रतीक है कि पुरानी विचारधारा पीछे छूट जाती है और नए विचार पनपते हैं।
कोई किसी भी नजरिए से देखे, लेकिन आप तो मुझे अलग-अलग रूप में अपनी दिनचर्या में भी शामिल कर सकते हैं। जैसे- ’16 मिनट के लिए खुद से संवाद’, ’16 मिनट समाज के नाम’ या आपको जो भी अच्छा लगे। यह समर्पण आपको और आपके जरिए समाज को भी आगे ले जाएगा।
16 से जुड़े 8 तथ्य
दुनिया के कई देश 16 साल की उम्र में शादी करने, गाड़ी चलाने आदि की इजाजत देते हैं। कई जगह 16 वर्ष की उम्र में पढ़ाई छोड़ने की अनुमति भी है। कई देश इस उम्र में शादी की इजाजत देते हैं। अमेरिका में लड़कियों के 16 साल की उम्र होने पर “स्वीट 16 पार्टी” का चलन है।- केटरपिलर के 16 पैर, जिनमें से तीन जोड़ी ही असली होते हैं।
- महिला ऑस्ट्रेलियन रूल्स फुटबॉल लीग में 16 खिलाड़ियों की टीम, जबकि पुरुष लीग में 18 खिलाड़ी होते हैं।
- केंटकी में‘सिक्स्टीन’नाम से ऐसे इलाके हैं जहां सरकार का कोई परतिनिधि नहीं होता।
- लुई16वें फ्रांस के अंतिम राजा।
- शतरंज में प्रत्येक खिलाड़ी के पास 16 मोहरे।
- एक रुपया = 16 आना, एक पाउंड = 16 आउंस।
- सनातनी परंपरा में 16 कलाओं, संस्कार, शृंगार, पूजा विधि आदि का जिक्र है।