Amit Shah: केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बुधवार को दक्षिण राज्यों में परिसीमन के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वहां सीटों में एक भी कमी नहीं आएगी। कोयंबटूर, तिरुवन्नामलाई में पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मैं दक्षिण भारत के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि पीएम मोदी ने आपके हितों को ध्यान में रखा है और सुनिश्चित करेंगे कि एक सीट कम न हो।
अमित शाह ने कहा कि तमिलनाडु के लोग परेशान हैं। यहां सीएम और उनके बेटे जनता को विचलित करने की कोशिश कर रहे हैं। मोदी सरकार ने लोकसभा में यह स्पष्ट कर दिया है कि परिसीमन के बाद, आनुपातिक आधार पर, किसी भी दक्षिण राज्य में एक भी सीट कम नहीं होगी।
5 मार्च को सीएम स्टालिन ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव में हिंदी विरोध के साथ परिसीमन में सीटें कम होने की आशंका को बड़ा मुद्दा बनाने का संकेत दिया है। डीएमके ने इसके लिए 5 मार्च को सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है।
संसद में तमिलनाडु के प्रतिनिधित्व को कमजोर करेगा
एमके स्टालिन ने चेतावनी दी कि तमिलनाडु एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है जहां उसे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए विरोध करना चाहिए। उन्होंने इस प्रक्रिया को “दक्षिणी राज्यों पर लटकी तलवार” बताया और कहा कि जनसंख्या नियंत्रण उपायों में राज्य की सफलता के बावजूद यह संसद में तमिलनाडु के प्रतिनिधित्व को कमजोर करेगा। कश्मीर का नाम लेकर क्या बोल गए अमित शाह, देखें वीडियो…
तमिलनाडु की आवाज दबाई जा रही है’
सीएम ने कहा कि संसद में हमारा प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा। तमिलनाडु की आवाज दबाई जा रही है। यह राज्य के अधिकारों का मामला है। सभी राजनीतिक दलों को पार्टी लाइन से ऊपर उठकर बात करनी चाहिए।
8 सीटें गंवानी पड़ सकती है-सीएम
बता दें कि तमिलनाडु में पिछले हफ्ते हिंदी थोपने और परिसीमन के मुद्दे पर काफी विवाद हुआ था। सीएम ने कहा था कि परिसीमन की प्रक्रिया दक्षिण राज्यों खास तौर पर तमिलनाडु पर असर डालेगी, क्योंकि यहां पर परिवार नियोजन कार्यक्रम सफल रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि तमिलनाडु को 39 लोकसभा सीटों में से 8 सीटें गंवानी पड़ सकती हैं।