भुगतान करने से नगर परिषद हुई कंगाल
अभी तक न्यायालय के आदेश के पश्चात नगर परिषद डूमरकछार में 19, नगर परिषद बनगवा में 13, नगर परिषद डोला में 37 कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया गया है। 15 जुलाई 2022 से 28 फरवरी 2025 का बकाया वेतन भुगतान इन सभी कर्मचारियों को कर दिया गया है जिससे नगर परिषद डूमर कछार में 1 करोड़ 54 लाख, बनगवा में 94 लाख तथा डोला में 2 करोड़ 48 लाख रुपए वेतन भुगतान के रूप में दिए गए हैं। इसके साथ ही अभी तक सभी कर्मचारियों का भुगतान राशि कम होने के कारण नहीं हो पाया है जिस पर 1 करोड़ 57 लाख रुपए की मांग नगर परिषद ने आयुक्त नगरीय प्रशासन से की है।
निकाय पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ा
इतनी ज्यादा राशि वेतन भुगतान के रूप में दिए जाने से तीनों नगर परिषद पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ा है जिसकी वजह से टैक्स सहित अन्य रूप में वसूली गई राशि से इसका भुगतान कर दिए जाने के बाद नगर परिषद आर्थिक तंगी से भी जूझ रही है। इसके साथ ही जो कर्मचारी अभी न्यायालय नहीं गए थे उन्होंने भी न्यायालय में इस मामले पर अपनी याचिका लगा दी है जिससे उन्हें भी वेतन भुगतान प्राप्त हो सके। यदि कर्मचारियों के पक्ष में निर्णय हुआ तो तीनों नगर परिषद में 6 करोड़ वेतन भुगतान के रूप में देने पड़ेंगे। जिसके कारण यहां के विकास कार्य इससे प्रभावित होंगे।
कहां भर्ती किए गए थे कितने कर्मचारी
संविलियन घोटाले में नगर परिषद डूमर कछार में 57 कर्मचारी, नगर परिषद डोला में 58 और नगर परिषद बनगवा में 65 कर्मचारियों की भर्ती नियम विरुद्ध तरीके से कर ली गई थी। इसके बाद नगरीय निकाय विभाग में शिकायत मिलने पर इसकी जांच काराई गई। जिसमें भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों पर कर्मचारियों के वेतन के रूप में अभी तक दी गई राशि का निर्धारण करते हुए वसूली के आदेश 5 जनवरी 2022 को दिए गए थे। कर्मचारियों ने कोर्ट ने स्टे प्राप्त करने के साथ ही वेतन भुगतान एवं नौकरी से हटाए जाने पर न्यायालय की शरण ली थी। न्यायालय ने इसकी सुनवाई में जब तक इन कर्मचारियों से कार्य लिया गया उस अवधि तक वेतन का भुगतान किए जाने के आदेश दिए हैं एवं नौकरी से निकले जाने के मामले पर डबल बेंच में मामला अभी विचाराधीन है।