UP Crime : सहारनपुर के सरसावा में एक फाइनेंसकर्मी की लूट के बाद हत्या कर दी गई जबकि इसके भाई ने भागकर जान बचा ली। दोनों भाई दिनभर का कलेक्शन करके रूपयों से भरा बैग लेकर सरसावा से सहारनपुर लौट रहे थे। रास्ते में इन्हें बाइक सवार चार बदमाशों ने रोक लिया और बैग छीनने लगे। छीना झपटी में एक बदमाश को फाइनेंसकर्मी ने पहचान लिया। जैसे ही फाइनेंसकर्मी ने लुटेरे का नाम लिया तो लुटेरों ने इसे गोली मार दी। किसी तरह इसका भाई बच गया पुलिस का कहना है कि लुटेरे में से एक की पहचान हो गई है। सीसीटीवी फुटेज खंगाल जा रहे हैं। जल्द वारदात का खुलासा कर लुटेरों और हत्यारोपियों को गिरफ्तार लिया जाएगा।
सहारनपुर की कॉलोनी शारदा नगर के रहने वाले सुभाष त्यागी के बेटे अभिषेक और आशीष एक फाइनेंस कंपनी के लिए काम करते हैं। बड़ा भाई आशीष रोजाना की तरह सरसावा और चिलकाना में दिनभर के लिए कलेक्शन पर निकला था। आशीष बाइक से था। आशीष का खाना लेकर छोटा भाई अभिषेक कार से सरसावा पहुंचा था। इसने अपने भाई आशीष को फोन करके कहा था कि मैं यहां सरसावा के पास रुका हुआ हूं, तुम सारा कलेक्शन लेकर आ जाओ। बाइक यही खड़ी कर देंगे और फिर कर से चलेंगे। जैसे ही आशीष बैग लेकर बताई गई जगह पर पहुंचा तो वहां उसके कार में बैठने से पहले ही बाइक सवार चार बदमशों ने हथियारों से आतंकित करते हुए रुपयों से भरा बैग छीन लिया। इस बैग में करीब पांच लाख 92 हजार रुपये बताए जा रहे हैं। पता चला है कि इस दौरान दोनों भाइयों ने विरोध भी किया लेकिन लुटेरे लूट करने में कामयाब हो गए और बैग लेकर भागने लगे। इसी बीच आशीष ने अपने भाई अभिषेक से कहा कि मेंने एक लुटेरे को पहचान लिया है जिसके चेहरे से नकाब हट गया था। यह यह बात लुटेरों ने सुन ली और उन्होंने आशीष को गोली मार दी। सीने में गोली लगने से आशीष मौके पर ही गिर पड़ा। और इसका भाई चिल्लाने लगा। यह देख लुटेरे भाग निकले। घायल आशीष को जिला अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान ने मौके पर जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बताया कि कुछ सुराग मिले हैं। सीसीटीवी फुटेज देखे रहे हैं। जल्द लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।