– यह है मामला
शनिवार को बंडा पुलिस के वाहन में सागौन की 11 लकडिय़ां रखी हुई फोटो-वीडियो सामने आए थे, जिसको लेकर बताया गया कि पुलिस वाहन से सागौन की तस्करी हो रही थी। मुखबिर की सूचना पर एक अप्रेल की रात वन विभाग ने रुरावन गांव के पास पहुंचकर पुलिस के वाहन को पकड़ा था, लेकिन बाद में मामले को रफा-दफा कर दिया, लेकिन इसी बीच घटना से जुड़ी जानकारी व फोटो-वीडियो वायरल हो गए।
– वन विभाग की संदिग्ध भूमिका
इस पूरे घटनाक्रम में अब उत्तर वन मंडल के अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। मामले को लेकर सवाल करने पर बंडा रेंजर विकास सेठ शाहगढ़ रेंज की घटना होने की बात कर रहे थे तो वहीं शाहगढ़ रेंजर अंजू वर्मा का कहना था कि उनके द्वारा की जा रहीं लगातार कार्रवाइयों के कारण लोग उन्हें झूठा फंसा रहे हैं। सूत्रों की माने तो वन विभाग ने रुरावन गांव के पास सागौन की तस्करी में लिप्त पुलिस वाहन को पकड़ा था, जो बंडा-शाहगढ़ रेंज की बॉर्डर पर है।
– जांच के बाद कार्रवाई होगी
पुलिस वाहन में सागौन की लकडिय़ां मिलने के मामले में थाना प्रभारी को हटाया गया है। मामले की जांच करा रहे हैं, यदि मामले में थाना प्रभारी की संलिप्तता पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी। प्रमोद वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक, सागर रेंज