दो किलो तक उपज ज्यादा तौले जाने की बात सामने आने पर किसानों ने विरोध जताया और कहा कि तौल कांटा मायनस में होने के बाद भी तौल चलती है। कांटे में खराबी होने की बात कहने के बाद भी तौल करने वालों ने ध्यान नहीं दिया।
रुपए लेकर तौल करने शिकायतें भी थम नहीं रही हैं। गुरुवार को पुरैना समिति पर भी एक किसान ने तौल के बदले 2400 रुपए पल्लेदारी के लेने का आरोप लगाया है।