मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मामले के जांच के आदेश देते हुए कहा कि मुस्तफाबाद में इमारत गिरने की दर्दनाक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। राहत एवं बचाव कार्यों में DDMA, NDRF, DFS और अन्य एजेंसियाँ सतत रूप से जुटी हैं। सभी घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था की गई है। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जिनकी मृत्यु हुई है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति दें।
चार लोगों की मौत, कई मलबे में दबे
उत्तर पूर्वी जिले के एडिशनल डीसीपी संदीप लांबा ने कहा है कि घटना सुबह 3 बजे हुई। 18 लोगों को बचा लिया गया, लेकिन उनमें से चार की मौत हो गई। यह चार मंजिला इमारत थी। बचाव अभियान जारी है। 8-10 लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है।
14 लोग अस्पताल में भर्ती
पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान चांदनी, दानिश, रेशमा और नावेद के रूप में की गई है। अभी तक 18 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है जिनमें से 14 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी भी कुछ लोग मलबे में दबे होने की संभावना है। इमारत गिरने की सूचना मिलते ही डॉग स्क्वॉड, पुलिस और NDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं, राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
18 लोगों को किया रेस्क्यू
घटना के बारे में जानकारी देते हुए डिविजनल फायर ऑफिसर राजेंद्र अटवाल ने बताया कि उनको सुबह करीब 3 बजे एक मकान ढहने की सूचना मिली। इसके बाद वे मौके पर पहुंचे और उन्होंने देखा कि पूरी इमारत ढह गई है। मलबे में लोग फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ और दिल्ली अग्निशमन सेवा लोगों को बचाने में जुटी हुई है। अभी तक 18 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। दिल्ली सहित कई राज्यों में शुक्रवार को अचानक मौसम बदल गया था। शुक्रवार रात को भारी बारिश और आंधी-तूफान कई जगह नुकसान की खबरे सामने आई। एक घटना में पिछले हफ्ते धूल भरी आंधी के दौरान मधु विहार पुलिस स्टेशन के पास एक निर्माणाधीन इमारत की दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।