दरअसल रेलवे ने ट्रेन के सभी कोचों में अग्निशमन यंत्र लगाए थे, ताकि कभी कोई आग लगने जैसी घटना हो तो उस पर तुरंत ही काबू पाया जा सके। इतना ही नहीं लंबी दूरी की ट्रेनों में एक्सल गर्म होने के कारण कभी उससे धुआं निकलने तो कभी आग लगने की घटना हर साल गर्मी के समय में होती है। ऐसे ही कुछ मामले पिछले साल सामने आए थे, जब अग्निशमन यंत्र से उसे बुझा लिया गया था। लेकिन अब रेलवे इस काम को कराने में बड़ी चूक कर रही है। पत्रिका टीम ने शनिवार को रेलवे स्टेशन पहुंचकर कुछ ट्रेनों के कोच में लगे अग्निशमन यंत्र की जानकारी ली तो पता चला कि कई कोचों में अग्निशमन यंत्र नहीं थे। जिस वजह हमेशा ही आग लगने की घटना पर बड़ा हादसा होने का डर बना रहता है।
आग लगने की कुछ घटनाएं केस नंबर-1 रानीकमलापति से नईदिल्ली जा रही वंदेभारत एक्सप्रेस में मंडीबामोरा स्टेशन के पास एक कोच में आग लग गई थी। जिसे मौके पर ही ट्रेन में ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों ने बुझा लिया था, यदि यहां पर अग्निशमन यंत्र न होते तो बड़ा हादसा हो सकता था।
केस नंबर-2 पिछले दिनों एक घटना सामने आई थी। जिसमें कुशीनगर एक्सप्रेस में एक्सल गर्म होने के कारण उसमें चिंगारी व धुआं उठ रहा था, जिसकी जानकारी लगते ही ट्रेन स्टॉफ ने तत्काल ट्रेन को रोककर अग्निशमन यंत्र से आग को बुझाया था। इसलिए इससे एक बात तो साफ है कि अग्निशमन के सहारे कम से कम छोटी घटनाओं को तत्काल रोका जा सकता है।