दरअसल बीना-कटनी सेक्शन पर मकरोनिया स्टेशन के आगे नरवानी गांव के पास रेलवे गेट नंबर-32 पर ओवर ब्रिज का निर्माण होना है। ब्रिज निर्माण की स्वीकृति मिलने के बाद सेतु निगम ने जून 2022 में इसकी टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जनवरी 2023 में वर्क आर्डर जारी कर दिया था। निर्माण एजेंसी ने काम भी शुरू कर दिया था, लेकिन मई 2024 में काम बंद करा दिया गया और फिर उसके बाद दोबारा शुरू नहीं हो सका।
– 19 से बढ़कर 60 करोड़ रुपए हो जाएगी लागत
ब्रिज निर्माण का काम रोकने के बाद यहां पर नई डिजाइन को लेकर राजस्व अधिकारियों के साथ मिलकर नापजोख भी किया गया है। सूत्रों की मानें तो जो प्लानिंग चल रही है उसके अनुसार ब्रिज की ऊंचाई के साथ करीब 300 से 400 मीटर लंबाई भी बढ़ जाएगी। वर्तमान में ब्रिज की कुल लंबाई 730 मीटर के आसपास है, जो बढ़कर 1000 से 1100 मीटर तक हो सकती है। वहीं जगह बदलने के कारण वर्तमान से ज्यादा किसानों की जमीन ब्रिज निर्माण की जद में आएगी, जिससे निर्माण की लागत 19 से बढ़कर 60 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
– केंद्रीय मंत्री खटीक ने जताई थी आपत्ति
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने 20 अप्रेल 2023 को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को एक पत्र लिखकर ब्रिज निर्माण को लेकर आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि गुड़ा ग्राम पंचायत के नरवानी गांव में यदि ब्रिज का निर्माण हुआ तो स्थानीय जनता को काफी असुविधा होगी, क्योंकि इस स्थान पर लोगों के मकान बने हैं, उनकी भूमि है, जो रेलवे ओवर ब्रिज के बीच में आने से लोगों को काफी नुकसान होगा। यदि इस रेलवे ब्रिज को एक किलोमीटर आगे बनाया जाए तो जनता असुविधा से बच जाएगी।
– अधिकारी बोले रेलवे के आदेश पर रोका
रेलवे की ओर से हमें एक आदेश आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि निर्माण कुछ समय के लिए रोक दिया जाए, वह अलाइनमेंट का रिव्यू कर डिजाइन फाइनल करेंगे। अभी दूसरी डिजाइन फाइनल नहीं हुई है। नवीन मल्होत्रा, कार्यपालन यंत्री, सेतु निगम