हालांकि, उच्च मांग के कारण, वेबसाइट पर ट्रैफ़िक में भारी उछाल देखा गया, ऑनलाइन बुकिंग खुलने के कुछ सेकंड के भीतर 3 लाख से अधिक प्रशंसक प्रतीक्षा पंक्ति में शामिल थे। नतीजतन, कई प्रशंसक निराश हो गए क्योंकि टिकट अंतिम समय में बिक गए। सीएसके प्रबंधन ने प्रति व्यक्ति दो टिकट खरीदने की सीमा तय की थी, लेकिन इसके बावजूद, टिकट रिकॉर्ड समय में बिक गए, जिससे कई प्रशंसक निराश हो गए।
तीन डिवाइस से की कोशिश
निजी कंपनी के सीईओ कुमरन ने बताया कि उन्होंने अपने तीन डिवाइसों के साथ टिकट बुकिंग का प्रयास किया था। ऑनलाइन खिड़की खुलने के साथ ही उनकी कतार सूची हजारों से लाखों में थी। उन्होंने ताज्जुब जताया कि दिए गए समय पर बुकिंग का बटन दबाने के बाद भी क्यू वेटिंग नम्बर हजारों में कैसे पहुंच गया? कुमरन ने मायूसी जताते हुए कहा कि टिकटों की सरलता से प्राप्ति के विशेष उपाय किए जाने चाहिए।
अन्य राज्यों में नहीं इतना क्रेज
सीएसके फैन सी. सेंथिल कुमार का कहना था कि चेपाक स्टेडियम में ही टिकट नहीं मिल पा रहे हैं। शायद इसकी वजह ‘थला’ धोनी को देखने की दिवानगी है। लेकिन साथ ही टिकटों की कालाबाजारी भी बड़ा मसला है जिसके कारण लोगों को टिकट नहीं मिल पा रहे हैं।
ऑफलाइन बिक्री बंद
उल्लेखनीय है कि चेन्नई में टिकटों की ऑफलाइन बिक्री पिछले साल बड़े पैमाने पर सामने आई कालाबाजारी के बाद बंद कर दी गई थी। बल्क टिकटों की खरीद पर रोक के लिहाज से ही एक लॉगिन एकाउंट को अधिक दो टिकट ही बेचे जा रहे हैं। पिछले दिनों टि्रप्लीकेन पुलिस ने टिकटों की कालाबाजारी के लिए 11 जनों को गिरफ्तार कर 40 हजार जब्त किए थे। पुलिस आयुक्त ए. अरुण ने आइपीएल तक पुलिस को सतर्क रहने को कहा है।