नवघर पुलिस के मुताबिक, यह हैरान करने वाली वारदात सोमवार को हुई। अश्तांकर टेंपो चालक था और 5-6 महीने पहले उसकी पत्नी उसे छोड़कर बोरिवली में बतौर केयरटेकर रहने चली गई थी। उसके बच्चे भी अलग रह रहे थे, जिससे वह अकेलापन महसूस कर रहा था। शराब की लत से जूझ रहे अश्तांकर को शक था कि उसकी सास ने ही उसकी पत्नी को उसे छोड़ने के लिए उकसाया था।
सोमवार को अश्तांकर अपनी सास को अस्पताल ले जाने वाला था। जैसे ही दोनों टेंपो में बैठे, उसने वाहन का दरवाजा बंद कर दिया और बुजुर्ग सास पर किसी भारी वस्तु से हमला कर दिया। इसके बाद, उसने पेट्रोल छिड़ककर टेंपो में आग लगा दी। कथित तौर पर उसने खुद पर भी थिनर और पेट्रोल छिड़का और खुद को आग के हवाले कर दिया।
राहगीरों ने बुलाई पुलिस
टेंपो को जलता देख कुछ राहगीरों ने फायर ब्रिगेड को घटना की सूचना दी। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड ने टेंपो का शटर तोड़ा और दोनों को वीर सावरकर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों गंभीर रूप से जल चुके थे। फिलहाल नवघर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।