सूचना पर हिंडोली व बूंदी से वनकर्मी आग बुझाने मौके पर पहुंचे जब तक आग काफी इलाके में फेल गई। हवा तेज होने से आग पर काबू पाना मुश्किल होता देख दमकल को सूचना दी। जिसके बाद बूंदी से दमकल कर्मियों ने भी मौके पर पंहुचकर आग पर काबू करने का प्रयास किया। हवा तेज होने के कारण आग ने पूरे प्लांटेशन को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे सैंकड़ों पेड़ पौधे व घास फूस जलकर राख हो गई। शाम तक वनकर्मी आग पर काबू करने का प्रयास कर रहे थे। बसोली नाका प्रभारी पूरण सिंह राजावत ने बताया कि आग पर आंशिक रूप से काबू कर लिया गया है तथा नजर बनाए हुए हैं। वहीं आग बुझाने के दौरान कुछ देर बाद दमकल का डीजल खत्म हो गया जिससे आग बुझाने का अभियान रोकना पड़ा। बाद में शाम को कोटा से पंहुची दमकल ने आग पर कुछ हद तक काबू पाया।
कौन लगा रहा है जंगलों में आग
बूंदी जिले के जंगलों में इस साल आग लगने की घटनाएं अधिक हुई है। टाइगर रिजर्व के बफर जोन में पिछले दिनों कालदां के जंगलों में लगी आग एक पखवाड़े बाद भी पूरी तरह शांत नहीं हुई है। इसी प्रकार हिंडोली, केशवराय पाटन व डाबी क्षेत्र के जंगलों में भी आग लगने की घटनाएं हुई है। जंगल में मानवीय गतिविधियों के चलते आग की घटनाएं अधिक होती है। वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी हैरान है कि आखिर ऐसे कौन व्यक्ति है जो जंगलों में आग लगाकर इन्हें नष्ट करने पर तुले हुए हैं। उपवन संरक्षक देवेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि वन विभाग ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए नजर बनाए हुए है तथा जल्दी ही उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।