दांई मुख्य नहर 13.96 किमी,
बाई मुख्य नहर 13.05 किमी,
होलापुरा 15.57 किमी, प्रस्तावित नहरों की लंबाई
दाई मुख्य नहर 1.53 किमी,
दाई मुख्य नहर 3.44 किमी,
होलासपुरा 5.09 किमी, किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
जल संसाधन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नहरो की मरम्मत, जीर्णोद्धार सहित अन्य कार्यों के पूरा होने के बाद सिंचाई प्रणाली की समग्र दक्षता मौजूद लगभग 70 फीसदी के मुकाबले 90 फीसदी से अधिक तक पहुंच जाएगी। वर्तमान में गुढ़ा बांध की नहरों का सिंचाई चक्र जो 40 दिनों से अधिक समय लेता है। उसे 28 दिनों में पूरा किया जाएगा। प्रस्तावित कार्यों के पूरा होने पर नहर को उसके निर्धारित डिस्चार्ज पर चलाना संभव होगा। पानी की बर्बादी कम होगी। मुख्य नहर और शाखा नहर के आउटलेट के माध्यम से डिस्चार्ज को नियंत्रित करना संभव हो जाएगा। हेड और टेल के किसानों को सिंचाई में अधिक परेशानी नहीं होगी। एकरूपता होगी। टेल एंडर्स संतुष्ट होंगे। साथ ही खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि होगी। जिससे किसानों की स्थिति सुधरेगी और समृद्धि आएगी।
दाई मुख्य नहर 7 किमी,
बाई मुख्य नहर 5 किमी
होलासपुरा 8 किमी फेक्ट फाइल
बांध की भंडारण क्षमता 95.57 एमसीयुएम,
सिंचित भूमि -11 हजार 380 हैक्टेयर,
बाई मुख्य नहर से 3 हजार 751 हैक्टेयर,
दांई मुख्य नहर से 7 हजार 629 हैक्टेयर,
दांई मुख्य नहर की लंबाई- 28.04 किमी,
बाई मुख्य नहर की लंबाई- 26.21 किमी,
होलासपुरा माइनर 25.30 किमी
रोहित बघेरा, अधिशासी अभियंता, जल संसाधन विभाग बूंदी।
प्रभुलाल सैनी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष।