सरकारी आंकड़ा: सिर्फ इतने दिनों में शौकीनों ने गटकी 467.65 करोड़ की शराब
Excise Department Data: शराब की बढ़ी दरों को लेकर भी किसी को कोई शिकवा-शिकायत नहीं है। आबकारी विभाग के आंकड़े बताते है कि एक दशक में जिले में शराब की खपत कई गुणा बढ़ी है।
Bhilwara News: वस्त्रनगरी में रोजाना मदिरा शौकीन एक करोड़ रुपए से अधिक की शराब गटक रहे है। मौजूदा साल की बात करें तो 365 दिन में लोग 467 करोड़ 65 लाख की शराब पी रहे है। भांग के शौकीन भी जिले में कम नहीं है। यह भी साल में दो करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की भांग का नशा कर लेते है। यह सब जिला आबकारी विभाग का सरकारी आंकड़ा बयां कर रहा है।
सावधान सेहत के लिए शराब का सेवन घातक है। स्वास्थ्य विभाग की यह चेतावनी का स्लोगन प्रदेश में किसी को रास नहीं आ रहा। समूचे जिलों में शराब की खपत लगातार बढ़ रही है। शराब की बढ़ी दरों को लेकर भी किसी को कोई शिकवा-शिकायत नहीं है। आबकारी विभाग के आंकड़े बताते है कि एक दशक में जिले में शराब की खपत कई गुणा बढ़ी है। इससे राज्य सरकार का कोष भी भरा है।
नई आबकारी नीति-2024 के जारी होने के बाद प्रदेश में आबकारी बंदोबस्त में भी काफी बदलाव आया है। प्रदेश में अभी शराब ठेकों के उठाव कलस्टर व्यवस्था के तहत हुए है। जिले में कुल 132 कलस्टर है। इनमें 275 दुकानें है। नए वित्तीय वर्ष के लिए अभी भी 19 दुकानों का आवंटन होना शेष है। इनमें भीलवाड़ा शहरी क्षेत्र की चार दुकानें है। हाइवे से सटे रीको क्षेत्र के बीलियाखुर्द में दो दुकानों के आवंटन को लेकर विभाग प्रयासरत है।
जिला आबकारी अधिकारी, गौरव मणी जौहरी ने बताया कि वित्तीय वर्ष-2024-25 के लिए राज्य सरकार ने जिला आबकारी विभाग को 467 करोड़ 65 लाख का राजस्व अर्जित का लक्ष्य दिया था। विभाग अभी तक 387 करोड़ 59 लाख का लक्ष्य प्राप्त कर चुके है। जबकि शेष वसूली भी जल्द होगी। नए वित्तीय वर्ष के लिए 275 दुकानों में से 256 आवंटित हो चुकी है। शेष 19 दुकानों के लिए 24 मार्च तक आनलाइन आवेदन मांगे थे। राजस्व के मामले में 41 जिलों में भीलवाड़ा का 13 वां स्थान है।