राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी दीपक धनेटवाल ने बताया कि जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू के मार्गदर्शन में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नवाचार के तहत 1 अप्रेल से एक अनूठे अभियान की शुरुआत की जा रही है। इस अभियान के तहत भारत सरकार की ओर से की गई वैश्विक पहल मिशन लाइफ के अनुसार भीलवाडा जिले के नागरिको को हर माह के प्रथम सप्ताह में एक थीम या विषय दिया जाएगा। इसी अभियान के तहत अप्रेल माह की थीम “जल संरक्षण” है।
धनेटवाल ने बताया कि इस क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रतिभागी नए रचनात्मक कार्यो को जीपीएस टैग फोटो एवं विडियो के माध्यम से राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल भीलवाडा को 25 अप्रेल तक विभागीय मेल पर अपलोड करा सकते है। इसके अलावा ऑफ लाइन भी कार्यालय में जमा करा सकते है। प्राप्त प्रविष्टियों के आधार पर तीन सर्वोत्तम चयनित प्रतिभागियों को जिला कलक्टर की ओर से प्रशस्ति पत्र एवं 5100, ,2100 तथा 1100 रुपए नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
क्या है जल संरक्षण पानी के सावधानी पूर्वक इस्तेमाल को जल संरक्षण कहते हैं। जल संरक्षण से पानी की बर्बादी कम होती है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। जल संरक्षण के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं।
जल संरक्षण के उपाय
- पानी के नलों को इस्तेमाल करने के बाद बंद रखें।
- नहाने के लिए ज़रूरत से ज़्यादा पानी न बहाएं।
- कम समय में व ठंडे पानी से नहाएं।
- कम पानी गरम करने वाले शॉवर हेड का इस्तेमाल करें।
- कम पानी में कुल्ला व कम पानी में शेव करें।
- टॉयलेट में कम पानी में फ्लश करें।
- पानी के रिसाव और टपकन की जांच करें।
- पानी को नाली में न बहाएं, बल्कि इसका इस्तेमाल बगीचे में पौधों को सींचने में करें।
- सब्ज़ियों और फलों को धोने के पानी का इस्तेमाल बगीचे में पौधों को सींचने में करें।