पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। एक अन्य नाबालिग आरोपी को भी हिरासत में लिया गया।आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों से पूछताछ के लिए चार दिन का पुलिस रिमांड मंजूर किया। इससे पहले आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार करने के बाद घटनास्थल पर इनका जुलूस निकाला गया। इसके बाद शनिवार को आरोपियों को उनके घर ले जाकर पुलिस ने सार्वजनिक रूप से इनकी पिटाई की, ताकि लोगों के मन से इनका भय निकले।
शहर पुलिस आयुक्त जी एस मलिक ने संवाददाताओं को बताया कि सार्वजनिक रूप से भय फैलाने की कोशिश करने वालों की घटना को गंभीरता से लिया है। ऐसा काम करने वालों पर कड़ाई से पुलिस कदम उठाएगी। इस मामले में लिप्त 13 आरोपियों को पकड़ा गया। एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया।
13 में से 7 आरोपियों के अवैध मकानों पर होगी कार्रवाई
मलिक ने बताया कि 13 में से 7 आरोपियों के मकानों के अवैध और उनमें अतिक्रमण होने की बात सामने आई है। ऐसे में अहमदाबाद महानगर पालिका की टीम ने शनिवार से इन आरोपियों के मकानों के अतिक्रमण और अवैध निर्माणों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की है। शनिवार को तीन आरोपियों के यहां कार्रवाई शुरू की गई है। इलाके में शहर पुलिस का कड़ा बंदोबस्त है।
पानीपुरी की लारी लगाने के मुद्दे पर आतंक
जोन-6 के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) बलदेव देसाई ने संवाददाताओं को बताया कि 13 मार्च की रात पौने दस बजे वस्त्राल आरटीओ इलाके में महादेव एम्पीरियल रोड पर 15-20 असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की और इन लोगों ने यहां से गुजरने वाले लोगों पर हमला किया। इसकी जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी पंकज भावसार और एक अन्य व्यक्ति संग्राम सिंह के बीच रंजिश चल रही है। रंजिश के तहत एम्पीरियल में स्थित पान के पार्लर के पास एक पानीपुरी की लारी लगती है। यहां पर पंकज पानीपुरी की एक और लारी लगाना चाहता था। संग्राम की यहां बैठक थी जो एक मामले में जेल में था। उसके जेल से छूटने जानकारी पंकज को मिली। इसके बाद वह संग्राम की सोसाइटी में पहुंचा। वहां नहीं मिलने पर पंकज अपने साथियों के साथ 13 मार्च की रात साढ़े नौ बजे एम्पीरियल पहुंचा। यहां उसे संग्राम नहीं मिला, ऐसे में उसने और उसके साथियों ने एम्पीरियल के पास खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की। इसके बाद इन लोगों ने यहां से गुजर रहे वाहन चालकों पर हमला किया। एक कार चालक परिवार पर हमला किया। पीडि़त परिवार के सदस्य आलाप सोनी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई। डीसीपी ने दावा किया कि पुलिस घटनास्थल पर घटना के 10 मिनट में ही पहुंच गई थी।
हत्या की कोशिश, दंगा की धारा में मामला दर्ज
रामोल पुलिस ने इस संबंध में बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की है। इसमें हत्या की कोशिश, खतरनाक हथियारों से चोट पहुंचाना, गैरकानूनी रूप से एकत्र होना, गैरकानूनी रूप से हथियारों के साथ एकत्र होना, दंगा करना सहित अन्य अपराध शामिल हैं।
इन आरोपियों को पकड़ा
1) अलदीप मौर्य, 2) प्रदीप तिवारी, 3) मयूर मराठी, 4) आयुष सिंह राजपूत, 5) अंकित राजपूत, 6) अल्केश यादव, 7) दीपक कुशवाहा, 8) श्याम कामले, 9) राजवीर सिंह बिहोला, 10) रोहित सोनवणे, 11) आसिल मकवाणा, 12) विकास परिहार, 13) निखिल चौहाण,