यह था मामला
दरोली निवासी मोहनलाल गाडरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया कि उसने 6-7 साल पहले लीला से नाता विवाह किया था, जिससे एक बेटा और एक बेटी थी। पत्नी लीला 3 माह पहले झगड़ा करके पीहर चली गई थी, लेकिन समझाइश पर 8 दिन पहले ही घर लौटी। 8 मार्च की सुबह मोहनलाल गाडरी काम के लिए खेरोदा गया। पत्नी लीला ने 4.30 बजे कॉल करके बताया कि बेटा किशन कहीं गुम हो गया है। ऐसे में मोहनलाल घर लौटकर बालक को ढूंढ़ने लगा। गांव वालों ने भी खूब तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। मोहनलाल ने पत्नी लीला से पूछा कि बेटा कहां है, तुमसे ध्यान क्यों नहीं रखा? इस पर लीला ने कहा कि मुझे पता नहीं तुझे तेरा बेटा चाहिए तो ढूंढ़ ले। शाम 6 बजे किसी ने बताया कि बालक का शव कुएं में देखा। सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो देखा कि बालक किशन (4) का शव कुएं में पड़ा था। पुलिस ने बालक किशन का पोस्टमार्टम करवाकर शव पिता को सुपुर्द किया।