बता दें, सोमवार को अरविंद सिंह मेवाड़ के अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों गणमान्य लोग, राजपरिवार के सदस्य, राजनीतिक हस्तियां और आमजन पहुंचे। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए सिटी पैलेस स्थित शंभू निवास में रखा गया था, जहां सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा।
गाजे-बाजे के साथ निकली अंतिम यात्रा
सुबह 11 बजे उनकी अंतिम यात्रा सिटी पैलेस से महासतिया के लिए रवाना हुई, जो बड़ी पोल, जगदीश चौक, घंटाघर, बड़ा बाजार और देहली गेट होते हुए अंतिम संस्कार स्थल पहुंची। इससे पहले पूरे शहर में उनकी अंतिम यात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। करीब 1 किलोमीटर लंबी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
अंतिम विदाई देने पहुंचे विश्वराज सिंह मेवाड़
बताते चलें कि संपत्ति विवाद के बावजूद नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने अपने चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ को अंतिम श्रद्धांजलि दी। उनके साथ शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी और वल्लभनगर के पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर भी महासतिया पहुंचे। इसके अलावा पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा, कवि व अभिनेता शैलेष लोढ़ा, एसपी योगेश गोयल समेत कई प्रतिष्ठित हस्तियां भी शंभू पैलेस पहुंचीं और शोक संवेदना प्रकट की।
शाही विरासत के संरक्षक थे अरविंद सिंह
अरविंद सिंह मेवाड़ एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रहे थे। उन्होंने अजमेर के मेयो कॉलेज और उदयपुर के महाराणा भूपाल कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की थी। उन्हें विंटेज कारों का गहरा शौक था और उनका संग्रह दुनियाभर में प्रसिद्ध था।
16 मार्च को हुआ था निधन
गौरतलब है कि अरविंद सिंह मेवाड़, मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य थे। लंबी बीमारी के बाद रविवार, 16 मार्च को उनका निधन हो गया। वह सिटी पैलेस स्थित अपने आवास शंभू निवास में रहते थे और वहीं उनका इलाज चल रहा था। अरविंद सिंह मेवाड़ के पिता भगवत सिंह मेवाड़ और माता सुशीला कुमारी मेवाड़ थीं। उनके बड़े भाई महेन्द्र सिंह मेवाड़ का निधन पिछले साल 10 नवंबर को हुआ था।