गुरुवार दोपहर करीब एक बजे मोहल्ले के लोगों के साथ छोटे-छोटे बच्चे बेरिकेड्स लगाकर सड़क पर बैठे थे। इस दौरान वहां पर दो स्कूल बसें पहुंची, लेकिन किसी को आगे नहीं जाने दिया। आगे कुछ दूरी पर जिस मकान में शराब दुकान खुल रही है वहां लोगों की भीड़ लगी थी और वह प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। मौके पर मिले मोहम्मद आरिफ ने बताया कि शराब दुकान खुलने से हर वर्ग को परेशानी है। बुधवार को सादिक खान, शेख शाबिर, हाजी गुलाब, बद्री पटेल, पप्पू जैन, राजेंद्र राय आदि ने प्रशासन को लिखित आवेदन भी दिया था। लोगों का कहना है कि यदि शराब दुकान खुली तो वह उग्र आंदोलन करने मजबूर हो जाएंगे।
– पत्रिका व्यू
– समन्वय नहीं बना रहे अधिकारी शराब दुकान को लेकर प्रदर्शन करने वालों में आसपास रहने वाले हर वर्ग के लोगों के साथ छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। वह तीन दिन से सड़क पर पंडाल लगाकर बैठे हैं, झूला तिराहे पर बेरिकेडिंग कर रखी है। आमजन के साथ वाहनों का निकलना बंद है। इसमें स्कूल बस भी शामिल हैं। इतना सब होने के बाद भी वहां पर न तो पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और न ही प्रशासन के। आबकारी विभाग की असिस्टेंट कमिश्नर तो बार-बार प्रयास करने के बाद भी मामले में जवाब देने से भी बच रहीं हैं। प्रदर्शनकारियों से अधिकारियों ने तीन दिन में समन्वय बनाने का कोई प्रयास ही नहीं किया, यही कारण है कि समस्या का हल नहीं निकल सका।
– आबकारी विभाग से बात करने कहा है
विरोध की बात सामने आने के बाद आबकारी विभाग के अधिकारियों को मौका निरीक्षण करने के साथ लोगों से चर्चा करने कहा है। जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा। जूही गर्ग, सिटी मजिस्ट्रेट