आखिरी वक्त में भी करते रहे राई नृत्य
पद्मश्री राम सहाय पांडे का जो आखिरी वीडियो सामने आया है वो 22 सेकंड का है। उसमें वो अस्पताल के आईसीयू में बिस्तर पर लेटे हुए दिख रहे हैं। नाक में रायल ट्यूब लगा हुआ है और हाथों में स्लाइन लगी दिख रही हैं लेकिन इसके बावजूद अपने अंतिम समय में भी वो अपनी बची हुई सांसों को पूरी तरह से जीते हुए राई नृत्य कर रहे हैं। राम सहाय पांडे का ये आखिरी वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
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साल 2022 में मिला पद्मश्री सम्मान
बता दें कि राम सहाय पांडे का जन्म सागर जिले के मड़धर पाठा गांव में 11 मार्च 1933 को हुआ था। इनके पिता लालजू पांडे किसान थे। राम सहाय पांडे ने 14 की उम्र में पहली बार एक मेले में राई नृत्य देखा थे। इस नृत्य को सम्मान दिलाने के लिए राम सहाय पांडे ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। पांडे ने दुनिया के कई देशों के बड़े मंचों पर राई नृत्य की प्रस्तुति दी। उनकी कोशिशों के कारण राई को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। भारत सरकार ने साल 2022 में राम सहाय पांडे पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया था। उनके निधन पर पीएम नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, सीएम मोहन यादव ने ट्वीट कर निधन जताया है।