अभी ज्यादा नुकसान नहीं
जिले में गेहूं का रकबा इस वर्ष 3 लाख 5 हजार हेक्टेयर था, जिसमें से करीब 70 प्रतिशत फसल आ चुकी है। 20-25 प्रतिशत फसल देरी से बोवनी की वजह से खेतों में खड़ी है, वहीं 5-10 प्रतिशत फसल थ्रेसिंग के लिए खेतों में काटकर रखी हुई है। जो किसान थ्रेसिंग नहीं करा पाए उन्हें बारिश में नुकसान की आशंका बनी हुई है। गुरुवार सुबह हुई बूंदाबांदी से फसल में पानी पड़ा, लेकिन दिनभर निकली धूप की वजह से नुकसान की सूचना किसी भी ब्लॉक से कृषि। विभाग को नहीं मिली। कृषि उपसंचालक राजेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि गुरुवार को सुबह से ही सभी ब्लॉकों से जानकारी ली गई है, अभी तक नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
कल से हो जाएगा मौसम साफ
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि एक टर्फ दक्षिणी छत्तीसगढ़ से मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ-मराठवाड़ा के पास से गुजर रही है। वहीं, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इस वजह से मध्यप्रदेश में ओलावृष्टि, गरज-चमक और बारिश की स्थिति बनी हुई है। शुक्रवार से मौसम साफ हो जाएगा। मौसम साफ होते ही तापमान में इजाफा होगा। विभाग के अनुसार दूसरे सप्ताह से लू भी चलने का अनुमान है। सबसे गर्म आखिरी सप्ताह रहेगा। दिन का तापमान 44 डिग्री के आसपास पहुंच सकता है।