दिवाला निकलना क्या है?
दिवाला निकलना (Bankruptcy) एक ऐसी कानूनी स्थिति है, जिसमें कोई व्यक्ति या कंपनी अपने कर्जों को चुकाने में असमर्थ हो जाती है। जब कोई व्यक्ति या संगठन अपनी देनदारियों (liabilities) को अपनी संपत्तियों (assets) से पूरा नहीं कर पाता, तो वह दिवालिया घोषित हो सकता है। भारत में, व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट दिवालियापन से संबंधित मामले इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC), 2016 के तहत निपटाए जाते हैं।कब माना जाता है किसी को दिवालिया
किसी व्यक्ति या कंपनी को दिवालिया तब माना जाता है, जब वह अपने वित्तीय दायित्वों, यानी कर्जों का भुगतान करने में पूरी तरह असमर्थ हो जाए। भारत में इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC), 2016 के तहत दिवालियापन की स्थिति को निम्नलिखित आधारों पर परिभाषित किया जाता है।> लेनदारों की अर्जी
> स्वैच्छिक आवेदन
> संपत्ति से अधिक देनदारी
> कानूनी प्रक्रिया