जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुस्कान और साहिल दोनों नशे के आदी हैं। जब भी कोई बंदी आता है तो उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है। डॉक्टर ने पाया कि उनमें Withdrawal Symptoms थे। नशा मुक्ति के माध्यम से काउंसलिंग, योग, ध्यान आदि के जरिए नशा छुड़ाने की कोशिश हो रही है। उम्मीद है 10 से 15 दिन में नशा छुड़वा दिया जाएगा।
मुस्कान ने की सरकारी वकील की मांग
मुस्कान ने जेल अधिकारियों से सरकारी वकील उपलब्ध कराने की मांग की है। उसका कहना था कि उसका परिवार उसके खिलाफ हो गया है और अब कोई भी उसका केस को नहीं लड़ेगा। जेल अधीक्षक ने बताया कि बंदी के अधिकारों के तहत उसे सरकारी वकील मिलना चाहिए इसलिए यह अनुरोध न्यायालय को भेजा जा रहा है। जल्द ही अदालत के माध्यम से उसे वकील मिल जाएगा।
मुस्कान-साहिल को एक साथ रहने की अनुमति नहीं
गिरफ्तारी के बाद मुस्कान और साहिल डरे हुए थे और उन्होंने जेल प्रशासन से एक साथ रहने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन जेल नियमों के अनुसार महिला और पुरुष कैदियों को अलग-अलग बैरकों में रखा जाता है। इस पर अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया। जेल अधीक्षक के अनुसार दोनों किस नशे के आदी थे यह स्पष्ट नहीं है। दवाओं के जरिए उनके लक्षणों को नियंत्रित करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने बताया कि जेल में किसी भी नए बंदी को पहले 10 दिनों तक कोई काम नहीं सौंपा जाता। इसके बाद अगर वे चाहेंगे तो उन्हें जेल में काम करने का अवसर दिया जाएगा।