क्या होता है Sleepmaxxing?
Sleepmaxxing को सरल शब्दों में समझें तो इसका मतलब है- नींद की गुणवत्ता को अधिकतम स्तर तक पहुंचाना। इसका मकसद सिर्फ ज्यादा देर तक सोना नहीं होता, बल्कि नींद का माहौल, समय और आदतों को बेहतर बनाना है, ताकि शरीर और दिमाग को पूरा आराम मिल सके। Sleepmaxxing की यह प्रक्रिया सिर्फ सोने से नहीं, बल्की सही खानपान, शांत वातावरण और डिजिटल डिटॉक्स जैसी आदतों को भी अपने दिनचर्या में शामिल करने से होता हैं। यह पूरी प्रक्रिया आपको सुकून और राहत भरी नींद लाने के लिए होती हैं। यह भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी के दौरान Working Women के लिए आसान टिप्स, रखें अपने काम और सेहत दोनों का ख्याल क्यों कर रहा है Sleepmaxxing ट्रेंड?
आजकल की व्यस्त लाइफस्टाइल, अनियमित खानपान और देर रात तक मोबाइल या लैपटॉप चलाने की आदतें नींद की गुणवत्ता को खराब कर रही हैं। इससे लोग थकान, तनाव, डिप्रेशन और कई मानसिक व शारीरिक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में लोग अब हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर बढ़ रहे हैं और नींद को अपनी पहली प्राथमिकता बना रहे हैं। यही वजह है कि Sleepmaxxing तेजी से सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
Sleepmaxxing करने के आसान तरीके
1.सोने और जागने का समय तय करें: हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए हर किसी को अच्छे नींद की जरूरत होती हैं। इसके लिए आप सोने और उठने की आदत डालें, ताकि शरीर की बायोलॉजिकल घड़ी सही ढंग से काम करे। 2. सोने का सही माहौल बनाएं: जैसे बाकि कामों के लिए अच्छे माहौल की जरूरत होती है, वैसे ही सोने के लिए भी हमें अच्छे माहौल की आवश्यकता पड़ती हैं। इसके लिए कमरे में हल्की रोशनी रखें, शोर से बचें और आरामदायक गद्दे और तकिए का इस्तेमाल करें।
यह भी पढ़ें: क्या आप रह सकते हैं 3 दिन बिना स्मार्टफोन? नतीजे आपको चौंका देंगे 3. फोन और लैपटॉप से दूरी बनाएं: सोने से कम से कम एक घंटे पहले मोबाइल, टीवी और लैपटॉप बंद कर दें। इनसे निकलने वाली नीली रोशनी (ब्लू लाइट) नींद खराब कर सकती है।
4. हल्का और पौष्टिक खाना खाएं: Sleepmaxxing के लिए हर किसी को रात के खाने में हल्का और हेल्दी भोजन खानी चाहिए। सोने से पहले चाय, कॉफी का सेवन करने से बचें, क्योंकि ये नींद को खराब कर सकते हैं।
5. सोने से पहले रिलैक्सिंग एक्टिविटी करें: सोना जरूरी हैं, लेकिन उससे कई गुना अधिक जरूरी है- रिलैक्स होकर सोना। रिलैक्स होकर सोने के लिए रात को सोने से पहले किताब पढ़ें, हल्का संगीत सुनें या मेडिटेशन करें। इससे दिमाग शांत होगा और नींद जल्दी आएगी।
6. तनाव कम करें: घर हो या बाहर किसी न किसी वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। इसलिए सोने से पहले आप दिनभर की टेंशन लेकर न सोएं। अगर दिमाग में ज्यादा सोच चल रही हो तो गहरी सांस लें या ध्यान (मेडिटेशन) करें।
Sleepmaxxing करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
1. Sleepmaxxing का मतलब बस सोना भर नहीं होता हैं। आपको बता दें, बहुत ज्यादा सोना भी नुकसानदायक हो सकता है। जरूरत से ज्यादा नींद लेने से शरीर सुस्त हो सकता है। 2. अच्छे काम के लिए अच्छे माहौल का होना बेहद इम्पोर्टेंट हैं। इसलिए जहां भी सोते है वहां का माहौल शांत और साफ-सुथरा रखें, ताकि अच्छी नींद आ सके। 3. सेहत को तंदुरस्त रखना है तो आप सोने से पहले कभी भी कैफीन, शराब और ज्यादा मीठे खाने से परहेज करें।
Sleepmaxxing के फायदे
1.तनाव कम होता है: इससे आपका दिमाग शांत रहता है और दिनभर की चल रहीं परेशानी भी कम होती है। 2. इम्यून सिस्टम मजबूत होता है: अच्छे हेल्थ के लिए हम सभी को मालूम है कि नींद पूरी लेनी चाहिए। पूरी नींद लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे बीमारियों से दूर रहा जा सकता हैं। 3. याददाश्त और एकाग्रता बेहतर होती है: जब आप गहरी नींद लेते है तो इससे दिमाग तरोताजा रहता है, जिससे चाहे कोई भी काम हो उसे करने में मदद मिलती हैं। 4. त्वचा में निखार आता है: स्किन केयर के लिए बस मार्केट के महंगे प्रोडक्ट काम नहीं आते। अच्छी नींद से चेहरा फ्रेश दिखता है और डार्क सर्कल जैसी समस्याएं कम होती हैं।
5. मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है: Sleepmaxxing से आज के समय की सबसे बड़ी बीमारी- डिप्रेशन, एंग्जायटी और चिड़चिड़ेपन से राहत पा सकते हैं।