आंध्र प्रदेश में जोधपुर निवासी कलक्टर निशांत कुमार ने किया कमाल, मिला प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री पुरस्कार
निशांत कुमार ने स्कूली शिक्षा जोधपुर के सरदार स्कूल से की। इसके बाद नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर से बीएएलएलबी किया। निशांत कुमार ने 2016 में एसडीएम तिरुपति के रूप में अपना कॅरियर शुरू किया।
राजस्थान के जोधपुर शहर के निवासी आंध्र प्रदेश कैडर के 2014 बैच के आईएएस अधिकारी निशांत कुमार को वर्ष 2023 के लिए प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए नवाचार श्रेणी में हर साल देश के दो कलक्टर को दिया जाता है।
इसकी घोषणा केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस पर नई दिल्ली में की थी। निशांत को यह पुरस्कार पार्वतीपुरम में 2022 से 2024 तक के कार्यकाल के दौरान प्रिज्म-10 (शिशु मृत्यु दर को 10 से नीचे लाने की परियोजना) पहल के कार्यान्वयन में उनके अनुकरणीय नेतृत्व को मान्यता देते हुए प्रदान किया गया है। वर्तमान निशांत आंध्र प्रदेश के आबकारी आयुक्त हैं।
पहले कलक्टर थे, एक साल में किया कमाल
वर्ष 2022 में पार्वतीपुरम नया जिला बना। यह आदिवासी जिला था। निशांत कुमार को पहला कलक्टर लगाया गया। टीकाकरण सहित अन्य कार्यों में यह आंध्र प्रदेश के 26 जिलों में से सबसे अंत में था। यहां वर्ष 2022 में प्रिज्म योजना की शुरुआत के समय शिशु मृत्यु दर 24, मातृ मृत्यु दर 128 और टीकाकरण कवरेज 47.2 प्रतिशत था।
निशांत के नेतृत्व ने फरवरी 2024 तक जिले का शिशु मृत्यु दर घटकर 8 रह गया, जिससे हर साल 210 से ज्यादा शिशुओं की जान बची। मातृ मृत्यु दर 42 प्रतिशत घटकर 74 हो गई। टीकाकरण कवरेज बढ़कर 97.77 प्रतिशत हो गया, जिससे पार्वतीपुरम राज्य रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया। इनोवेशन डिस्ट्रिक्ट श्रेणी के तहत मान्यता प्राप्त यह पुरस्कार कुमार के अभिनव और परिणाम-संचालित शासन को दर्शाता है।
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एनएलयू जोधपुर के छात्र रहे हैं निशांत
निशांत ने स्कूली शिक्षा सरदार स्कूल से की। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर से बीएएलएलबी किया। निशांत कुमार ने 2016 में एसडीएम तिरुपति के रूप में अपना कॅरियर शुरू किया। 2022 में गुंटूर के नगर आयुक्त के रूप में उन्होंने जिन्ना टॉवर पर तिरंगा फहराकर इस मुद्दे को भी सुलझाया था।
आइएएस निशांत रिटायर्ड जज दिवंगत रामचंद्र के पुत्र हैं। बड़ी बहन अनिता सिंघल अलवर में एससी एसटी कोर्ट में जिला न्यायाधीश के पद पर कार्यरत हैं। बड़े भाई हरीश कुमार मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, चूरू के पद पर कार्यरत हैं। एक बहन जयपुर में कॉर्पोरेटिव इंस्पेक्टर है व एक बहन प्रोफेसर है। पांच भाई-बहनों में निशांत सबसे छोटे है। उनकी पत्नी करुणा ब्यावर जिले की रायपुर तहसील से हैं। उनके ससुर जालम चंद सरकारी स्कूल रायपुर में स्कूल व्याख्याता हैं।