HIV Test Mandatory: बीडीएम में ऑपरेशन से पहले एचआईवी टेस्ट
नई गाइड लाइन के अनुसार, विशेषकर किसी भी प्रकार की सर्जरी वाले मरीजों का पहले एचआईवी टेस्ट कराना आवश्यक कर दिया गया है। वहीं अन्य बीमारियों के मरीजों का एचआईवी जांच कराने का मकसद एड्स बीमारी को रोकना है। चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि इस सबन्ध में केंद्र सरकार ने गाइडलाइन जारी किया है। चूंकि, जिस तरह देश को पोलियो मुक्त किया गया, उसी प्रकार से अब देश को एड्स मुक्त भी बनाना है।
इधर, जांच के लिए मरीजों को ओपीडी में जाने के बाद चिकित्सक उसे बीमारियों के इलाज के क्रम में ही एचआईवी टेस्ट कराने के लिए भी लिखेंगे। इसके बाद मरीज को बीडीएम अस्पताल में ही बने एड्स जांच केंद्र में भेजा जाएगा। जहां मरीज का सैंपल लेकर किट के माध्यम से जांच की जाएगी।
दरअसल,
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों और मरीजों की सुरक्षा को लेकर अहम कदम उठाया है। लिहाजा, अब अस्पताल में होने वाली सभी प्रकार की सर्जरी ऑपरेशन से पहले मरीज का एचआईवी टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। ताकि, डॉक्टर-मरीज एचआईवी से बचे रह सके।
नई गाइड लाइन जारी…
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग ने यह फैसला एचआईवी पॉजिटिव की संया में लगातार हो रही बढ़ोतरी होने के कारण किया है। हालांकि, बीडीएम
अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर की कल्चर रिपोर्ट लगातार नेगेटिव रही है। डॉक्टरों द्वारा नियमित रूप से ऑपरेशन थिएटर की जांच की जा रही है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों ने डॉक्टरों को आंखों के ऑपरेशन समेत सभी प्रकार के ऑपरेशन सर्जरी से पहले मरीज का एचआईवी टेस्ट करना अनिवार्य कर दिया है।
टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने पर डॉक्टर, मरीज के ऑपरेशन में चौकसी बरतते हैं और मरीज के लिए स्पेशल तौर पर दूसरे संसाधनों की व्यवस्था करनी पड़ती है। बीडीएम अस्पताल के एड्स विभाग के काउंसलर मनोज राठौर ने बताया कि बीडीएम अस्पताल में एक ही ऑपरेशन थि,टर है।
केंद्र सरकार से जारी गाइडलाइन के मुताबिक यहां आने वाले मरीजों का ऑपरेशन से पहले एचआईवी टेस्ट किया जाता है, ताकि थियेटर सुरक्षित रहे और संक्रमण से बचा जा सके।