स्थानीय लोगों व पर्यटकों ने ली राहत की सांस
स्थानीय निवासी राजेंद्र, ललित और प्रथमेश ने बताया कि गुलाल की परत जमने से आए दिन लोग फिसलकर गिर रहे थे। अब घाटियों पर सफाई व धुलाई कार्य शुरू हुआ है, जिससे लोगों को राहत मिली है।दिल्ली से आए पर्यटक आदित्य वर्मा ने कहा कि जैसलमेर घूमने आए थे, लेकिन दुर्ग की घाटियों में फिसलन के कारण डर बना हुआ था। अब सफाई के बाद सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।