पत्रिका ने समाचार किए प्रकाशित, वृताधिकारी ने ली बैठक
अस्थायी बस स्टैंडों को लेकर राजस्थान पत्रिका में कई बार समाचार प्रकाशित किए गए। गत मार्च माह में पुलिस वृताधिकारी भवानीसिंह राठौड़ ने सभी निजी बस संचालकों की बैठक लेकर अस्थायी बस स्टैंडों को खत्म कर सडक़ पर बसोंं को खड़ा नहीं करने के लिए पाबंद किया था। इन बस संचालकों को 6 अप्रेल तक का समय दिया गया था। तब तक उन्हें बस स्टैंड के लिए जगह देखने के लिए कहा गया था।
अब सडक़ पर खड़ी नहीं होगी बस
पुलिस वृताधिकारी राठौड़ के निर्देशों की पालना में यातायात पुलिस प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक सवाईसिंह तंवर ने सभी बस संचालकों से मिलकर उन्हें सोमवार से सडक़ों पर बसें खड़ी नहीं करने के लिए पाबंद किया। सोमवार को सुबह यातायात प्रभारी तंवर के नेतृत्व में पुलिसकर्मी मुख्य मार्गों पर तैनात हो गए। कस्बे के अस्थायी बस स्टैंडों को खत्म कर यहां किसी भी बस को खड़ा नहीं करने दिया गया। जिसके चलते दिनभर मुख्य मार्ग खुले व चौड़े नजर आए और आमजन को भी राहत मिली।
कुछ ग्रामीण बस स्टैंड तो कुछ ने बनाया नया बस स्टैंड
पुलिस की ओर से की गई सख्ती के बाद सोमवार को कई निजी बसें ग्रामीण बस स्टैंड में खड़ी हुई। कुछ निजी बसों की ओर से स्टेशन रोड पर अंबेडकर सर्किल के पास एक बाड़े में बस स्टैंड बनाया गया, लेकिन यहां कुछेक बसें ही पहुंची। अधिक दूरी व सुविधाओं की कमी के कारण अधिकांश बसें ग्रामीण बस स्टैंड में ही खड़ी हुई।
सडक़ों से नहीं लेंगे सवारी
बस चालकों की ओर से सडक़ स्टैंड से रवाना होने के बाद भी सडक़ों पर खड़ी सवारियां चढ़ाने के दौरान मुख्य सडक़ पर ही बसों को खड़ा कर दिया जाता था। यातायात पुलिस सोमवार को दिनभर कस्बे के मुख्य मार्गों पर गश्त करती रही। इस दौरान किसी भी बस को सडक़ से भी सवारियां नहीं लेने दी गई। केवल निर्धारित स्टैंड से ही बस चालक सवारियां ले सकते है।