Plant Based Diet can prevent breast cancer : हर साल 20 लाख से ज्यादा महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से जूझती हैं। उम्र या जीन आप नहीं बदल सकते, पर शराब, सिगरेट, वज़न और डाइट सुधारकर इसका खतरा कम कर सकते हैं।
Plant Based Diet can Prevent Breast Cancer : महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर आजकल बहुत ज्यादा होता है। हर साल पूरी दुनिया में 20 लाख से ज्यादा महिलाओं को ये अपनी चपेट में लेता है। कुछ वजहें तो ऐसी हैं जिन पर हमारा जोर नहीं चलता, जैसे हमारी उम्र कितनी है, हमारे जीन कैसे हैं (जो हमें मां-बाप से मिलते हैं), या हमारे कितने बच्चे हुए या नहीं हुए।
लेकिन कुछ आदतें ऐसी हैं जो हमारी अपनी हैं और वो भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा देती हैं। जैसे अगर कोई महिला शराब पीती है, या सिगरेट पीती है, या उसका वजन बहुत ज्यादा है (मोटापा है), या वो सही खाना नहीं खाती है।
डाइट में बदलाव से कैंसर का खतरा घटता है
शोध बताते हैं कि डाइट में बदलाव से ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ी बीमारियों और मौत के खतरे को एक-तिहाई तक कम किया जा सकता है। विशेषकर मेडिटेरेनियन डाइट और DASH डाइट जैसे पौध आधारित आहार—जिनमें फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज, मेवे और जैतून का तेल शामिल होते हैं—इसमें कारगर साबित हुए हैं।
नई स्टडी: शुद्ध बनाम अस्वस्थ शाकाहारी आहार
ईरान में कुछ महिलाओं पर एक स्टडी हुई है। इस स्टडी में ये पता चला है कि अगर महिलाएं अच्छी और सेहतमंद प्लांट-बेस्ड डाइट (यानि हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज वगैरह) खाती हैं, तो उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। ये फायदा खासकर उन महिलाओं को ज़्यादा मिलता है जिनकी माहवारी बंद हो चुकी है। इस रिसर्च के नतीजे ‘जर्नल ऑफ हेल्थ, पॉपुलेशन, एंड न्यूट्रिशन’ नाम की एक पत्रिका में छपे हैं।
यह भी पढ़ें : Kidney Disease? ये 20 Foods आपकी किडनी की लिए है बेस्ट इस स्टडी में एक खास बात ये की गई कि उन्होंने प्लांट से मिलने वाले सारे खाने को एक जैसा नहीं माना। उन्होंने प्लांट-बेस्ड खाने को दो कैटेगरी में बांट दिया:
अच्छा प्लांट-बेस्ड खाना: इसमें फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज (जैसे दलिया, ब्राउन राइस), मेवे वगैरह शामिल थे। खराब प्लांट-बेस्ड खाना: इसमें मीठे ड्रिंक्स, मिठाइयां, मैदा से बनी चीज़ें (रिफाइंड अनाज) और आलू जैसी छीजें शामिल थीं।
इस तरह उन्होंने देखा कि कौन सी तरह का प्लांट-बेस्ड खाना खाने का ब्रेस्ट कैंसर के खतरे पर क्या असर पड़ता है।
शोध के नतीजे: पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं को सबसे ज़्यादा फायदा
स्टडी में पाया गया कि जिन महिलाओं ने ज्यादा स्वस्थ पौध आधारित आहार लिया, उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना लगभग आधी थी। खासकर पोस्टमेनोपॉज़ल (रजोनिवृत्त) महिलाओं में यह असर और भी अधिक देखा गया।
इसके विपरीत, अगर कोई महिला ज़्यादा अस्वस्थ शाकाहारी आहार (जैसे सफेद चावल और रिफाइंड ब्रेड) लेती है, तो उसमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है—विशेषकर प्रीमेनोपॉजल महिलाओं में।
फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और वजन नियंत्रण
स्वस्थ पौध आधारित आहार में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन्स और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये सभी शरीर में सूजन को कम करते हैं, कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करते हैं और कैंसर से लड़ने वाली प्रक्रियाओं को सपोर्ट करते हैं।
साथ ही, यह डाइट वजन नियंत्रित रखने में मदद करती है, जिससे BMI कम रहता है और मोटापा नहीं बढ़ता—जो कि खुद एक बड़ा रिस्क फैक्टर है।
कुछ सीमाएं और आगे की जरूरतें
हालांकि यह अध्ययन कई मायनों में महत्वपूर्ण है, लेकिन इसमें कुछ सीमाएं भी हैं:
प्रतिभागियों का भोजन विवरण स्वयं रिपोर्ट किया गया था, जिससे रीकॉल बायस की संभावना है। ट्यूमर के हार्मोनल रिसेप्टर स्टेटस (ER-पॉजिटिव या नेगेटिव) का विश्लेषण नहीं किया गया। स्टडी का सैंपल साइज छोटा था और केवल अस्पताल में भर्ती मरीजों पर आधारित था।
शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि भविष्य में होने वाले रिसर्च में ट्यूमर का प्रकार, हार्मोनल ट्रीटमेंट, और रजोनिवृत्ति की स्थिति को ध्यान में रखा जाना चाहिए। सिर्फ ये कहना काफी नहीं है कि आप शाकाहारी हैं। ये भी बहुत जरूरी है कि आप शाकाहारी खाने में क्या और कितना पौष्टिक खाते हैं। अगर आप अच्छी क्वालिटी का पोषक तत्वों से भरपूर प्लांट-बेस्ड खाना खाते हैं, तो ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी कम हो सकता है। ये खासकर उन महिलाओं के लिए ज्यादा फायदेमंद है जिनकी माहवारी बंद हो चुकी है (यानी रजोनिवृत्ति के बाद वाली महिलाएं) और जिनका वजन ज्यादा नहीं है।
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