Rajasthan Politics: धौलपुर शहर में निहालगंज पुलिस चौकी क्षेत्र में पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह और राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा के निवास के सामने नाले को खुदवाने के दौरान शुक्रवार रात जिला कलक्टर श्रीनिधि बीटी के साथ हुई धक्का-मुक्की मामले में पुलिस ने शनिवार को अलग-अलग कार्रवाई करते हुए सात आरोपितों को गिरफ्तार किया।
वहीं, विधायक के चाचा प्रदीप सिंह बोहरा सुबह खुद निहालगंज पुलिस थाने पहुंचे, जिन्हें बाद में कुछ घंटे की जांच के बाद थाने से छोड़ दिया। पुलिस ने गिरफ्तार किए तीन आरोपित रवेन्द्र उर्फ रवि सिकरवार, राम वकील गुर्जर व रवि लोधा को 17 अप्रेल तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। उधर, शांतिभंग में गिरफ्तार चार आरोपित आकाश जादौन, अजीत शर्मा, शैलेन्द्र उर्फ शैलू व शैलेन्द्र जैन को धौलपुर एसडीएम कार्यालय में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत पर छोड़ दिया।
इस घटनाक्रम को लेकर धौलपुर एसपी ने कहा कि दर्ज एफआइआर में कुछ नामजद को गिरफ्तार किया है। प्रदीप बोहरा को वायरल वीडियो की गहन जांच के बाद उन्हें छोड़ दिया। राजकार्य बाधा में 3 और शांतिभंग में 4 गिरफ्तार किए हैं। अन्य आरोपितों की वीडियो के आधार पर पहचान की जा रही है।
क्या है पूरा मामला…
शहर में नगर परिषद् प्रशासन व जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं। पिछले साल बारिश में शहर की कॉलोनियां जलमग्न हो गई थी। ऐसे हालात से बचने के लिए एक नाले से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। जैसे ही पूर्व मंत्री के आवास के पास नाले की खुदाई शुरू की गई तो विवाद हो गया। इस मामले में धौलपुर कलक्टर श्रीनिधि बीटी का कहना था कि ‘भवन के आगे नाले पर अतिक्रमण है। मैं वहां गेट पर गया था, कहा कि जेसीबी से नाला खोदना है। एक-दो लोगों ने हाथ पकड़ कर धक्का दिया।’ जबकि प्रदीप सिंह बोहरा ने कहा था कि हमने किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया है। हम नाला खुलवाने में सहयोग कर रहे थे।