माता के आशीर्वाद और धन वृद्धि के लिए
गुप्त नवरात्रि में रोज रात माता जगदंबा की पूजा अर्चना करना चाहिए। इसके लिए नवरात्रि के पहले दिन 9 गोमती चक्र लेकर मां के पास रख दें। अंतिम दिन पूजा के बाद गोमती चक्र को लाल कपड़े में बांधें और अलमारी या तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से धन धान्य में वृद्धि होती है और मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है।
गुप्त नवरात्रि में रोजाना दुर्गा सप्तशती के 12वें अध्याय का 21 बार पाठ करें और लौंग कपूर के साथ आरती करें। नवरात्रि के अंतिम दिन माता दुर्गा के मंदिर में लाल रंग का झंडा चढ़ाएं। ऐसा करने से घर में खुशियां आएंगी। साथ ही नौकरी और व्यापार में उन्नति होगी। इस उपाय से धन प्राप्ति के मार्ग भी बनते हैं। इसके अलावा माता की कृपा से जीवन में किसी चीज की कमी नहीं होती है।
सुख-शांति और समृद्धि के लिए गुप्त नवरात्रि के दौरान रात के समय मां जगदंबा के सामने घी का दीपक जलाकर, सिंदूर चढ़ाने का भी विधान है। इसके साथ ही नौ बताशे में दो लौंग रखें और माता रानी को अर्पित कर दें। ऐसा करने से तरक्की के रास्ते खुलते हैं और घर के सदस्यों में प्रेम बढ़ता है।
इस उपाय से दूर होती है हर परेशानी
जीवन के कष्ट से मुक्ति के लिए आषाढ़ नवरात्रि में रात के समय माता दुर्गा की पूजा करें, कपूर लौंग से आरती उतारें और ‘सब नार करहिं परस्पर प्रीति चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति’ मंत्र का 21 बार रोज जप करें। साथ ही भैरव बाबा के मंदिर में प्रार्थना करें। रोजाना ऐसा करने से आपके जीवन की सभी अड़चन दूर हो जाएगी।
गुप्त नवरात्रि में 9 दिन तक हवन करें और घी में कमलगट्टों को भिगोकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हुए आहुति दें। अंतिम दिन यानी महानंदा नवमी तिथि के दिन नौ कन्याओं को घर में बुलाकर पूजा करें। उन्हें पूड़ी-सब्जी के साथ मखाने की खीर का भोग लगाएं और दक्षिणा देकर आशीर्वाद लें। ऐसा करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद बना रहेगा और घर में लक्ष्मी का वास होगा।