यह रहेगा मार्ग खत्रीपुरा खेल मैदान से दोपहर 3 बजे से प्रारंभ होने वाली यह शोभायात्रा डेह चौराहा, विजय वल्लभ चौराया, दिल्ली दरवाजा, टिंबर मार्केट, गांधी चौक, किले की ढाल, शिवबाड़ी, ब्रह्मपुरी, रामपोल, नकास दरवाजा, श्रीराम सर्किल, रेलवे स्टेशन सर्किल, परशुराम सर्किल, अहिंसा सर्किल, नया दरवाजा हनुमान मंदिर से होते हुए जलेश्वर महादेव मंदिर बख्तसागर पहुंचेगी।
ये होंगी झांकियां शोभायात्रा में विभिन्न सामाजिक व स्वयंसेवी संगठन, विविध शाला परिवार तथा बस्ती के अनुसार झांकियों की सहभागिता रहेगी। इनमें जहां एक ओर विरासत व लोक संस्कृति की भव्यता का प्रकटीकरण होगा, वहीं महिला सशक्तीकरण के साथ-साथ भजन मंडलियों की ओर से धार्मिक व आध्यात्मिक भजनों की प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी। इन झांकियां में सर्वाधिक राम दरबार से संबंधित होंगी। इसके साथ ही राम कथा से संबंधित शबरी के राम, राम-सीता, गुरुकुल, राम- हनुमान, रामेश्वर स्थापना, राम जन्मोत्सव से संबंधित झांकियां होगी। इसी प्रकार देवी देवता व महापुरुषों की झांकियों में अर्धनारीश्वर, महावीर स्वामी, सृष्टि रचयिता ब्रह्मा, भारत माता, महालक्ष्मी, गायत्री माता, ऋषि वाल्मीकि, धर्मश्री जी का रथ, महादेव, काली माता, नौ माता, संत वि_ल देव, जानकी, रुक्मिणी, हनुमानजी की झांकियां होगी। भारत के गौरवशाली अतीत का बोध करवाने वाले तथा वीर वीरांगनाओं महापुरुषों से संबंधित झांकियां भी श्रद्धालु नागरिकों के निमित्त उत्साह का संचार करेंगी। इनमें वीर शिरोमणि अमर सिंह, महाराज अग्रसेन, महात्मा गांधी, नवल साहिब, ऋषि परशुराम, डॉ अंबेडकर, संत लिखमीदास महाराज, संत पीपाजी, संत नामदेव, स्वामी विवेकानंद, संत जसनाथ महाराज संत सैनजी महाराज व वीरता भाव का संचार करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की झांकी भी होगी। शोभायात्रा में विभिन्न मोहल्लों के गेर डांडिया नृत्य भी होंगे। मुख्य स्थानों पर ढोल की थाप, डांडिया की खनक व घुंघरू की झंकार को समेटे हुए नर्तकों की ओर से परंपरागत वेशभूषा में आकर्षक प्रस्तुति होगी। इसी प्रकार विभिन्न गांवों की ग्रामीण टोलियों की ओर से परंपरागत वेश धारण करके तेजा गायन किया जाएगा।
शोभायात्रा में यह रहेंगे मुख्य आकर्षण रामनवमी की शोभायात्रा में सर्वप्रथम गजारुढ श्री रामचंद्र जी की झांकी श्रद्धा का मुख्य केंद्र बिंदु होगी। वहीं उज्जैन के प्रसिद्ध ढोल ताशा कलाकार भी विभिन्न वाद्य वादन के माध्यम से शोभायात्रा के रोमांच में वृद्धि करेंगे। कार्यक्रम में पंजाब का प्रसिद्ध बैंड, महाबली हनुमान के प्रतीकात्मक रूप में भी कलाकार अपनी कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम के समापन स्थल पर आतिशबाजी के पश्चात सामूहिक पूजन व आरती का कार्यक्रम संपन्न होगा।
आयोजन समिति ने जारी की एडवाइजरी शोभायात्रा को लेकर आयोजन समिति की ओर से आम नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। आयोजन समिति ने सभी कार्यकर्ताओं व नागरिकों से केवल लकड़ी व प्लास्टिक डंडे में लगी ध्वजा पताका ही काम लेने का आग्रह किया है, जिसकी लंबाई अधिक न हो। इसके साथ ही महिला श्रद्धालुओं से कीमती आभूषण नहीं पहनने का भी आग्रह किया गया है। कार्यक्रम में कम उम्र के बच्चों को साथ रखने की भी मनाही की गई है। समिति ने निर्धारित भजन व देशभक्ति गीत बजाने के साथ तय किए गए उद्घोष लगाने का आग्रह किया है। समिति ने कार्यक्रम में किसी भी प्रकार से अप्रिय, अशांत वातावरण बनाने वाले तथा राजनीतिक नारे लगाने न लगाने की विशेष रूप से एडवाइजरी जारी की है।
विभिन्न व्यापारिक संस्थान व संगठन अर्ध अवकाश रखेंगे रामनवमी शोभायात्रा में सहभागी बनने के लिए नागौर जिला मुख्यालय के विभिन्न व्यापारिक संस्थान व संगठनों ने अर्ध अवकाश का निर्णय लिया है। आयोजन समिति के पदाधिकारियों की पहल पर उन्होंने स्वेच्छा से यह निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत वस्त्र व्यापार मंडल, किराना व्यापार मंडल, शूज एसोशियेशन, रेडीमेड होजरी व्यापार मंडल व मणिहारी व्यापार मंडल सहित अन्य व्यापारिक समूहों ने यह निर्णय लिया है।