स्मार्ट सिटी द्वारा श्री महाकाल लोक में बनाई गई 60 दुकान व १ रेस्टोरेंट का मार्च महीने में नीलामी की थी। दुकानों की नीलामी पर कुछ व्यापारियों ने आपत्ति जताते हुए हाइकोर्ट में याचिका लगा दी थी। स्टे होने से दुकानों का आवंटन रुक गया था। हालांकि उस समय तक स्मार्ट सिटी द्वारा दुकानों नीलामी की टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली थी। चूंकि स्टे होने के कारण महाकाल लोक में जिन्हें दुकान खुली है उन्हें न तो दुकान आवंटित हो पाई और जिन्होंने दुकान के लिए नीलामी में राशि जमा की थी वह नहीं मिल पाई है। ऐसे में व्यापारियों के लाखों रुपए श्री महाकाल लोक के दुकानों में फंसकर रह गए थे। अब हाइकोर्ट ने इस मामले में लगे स्टे को हटा दिया है। जिस पर अब दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू होगी।
600 से ज्यादा लोगों ने भरी निविदा
श्री महाकाल लोक की दुकान व रेस्टोरेंट खरीदने के लिए 600 से ज्यादा लोगों ने निविदाएं जमा की थी। इनमें दुकानें न्यूनतम 35 लाख से लेकर 1.80 करोड़ रुपए तक में बिकी है। वहीं इन दुकानों की कीमत 18.35 से लेकर 43 लाख रुपए तक रखी गई थी। 10 बड़ी दुकानों के समूह के लिए करीब 5.81 करोड़ तथा एक रेस्टोरेंट का आरक्षित मूल्य 4.17 करोड़ रुपए रखा गया था। वहीं नीलामी में भाग लेने के लिए लोगों को 10 फीसदी मर्जिन राशि जमा करवाई थी।
श्री महाकाल लोक में दुकानों को लेकर हाइकोर्ट में लगी याचिका पर स्टे वैकेंट हो गया है। अब दुकानों का आवंटन, लीजडीड सहित अन्य प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
रौशनकुमार सिंह, निगमायुक्त