शाम को शोभायात्रा बालचंद पाड़ा स्थित अभयनाथ महादेव मंदिर से आरती बाद रवाना हुई। आगे आतिशी नजारे लोगों को रोमांचित करते रहे। ध्वज पताका लिए घुड़ सवार,घोड़े,ऊंट व ऊंट गाडिय़ा राजसी ठाठबाट का अहसास कराते हुए आगे बढ़ी। शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई मालनमासी बालाजी मंदिर प्रांगण पहुंची,जहां प्रबुद्धजनों द्वारा महाआरती की गई। डीजे की धून पर युवा झूमते हुए चल रहे थे। इसके पीछे मशक बैंड और कच्छी घोड़ी नृत्य आकर्षण का केंद्र रहे। शोभायात्रा में विहिप के नगर अध्यक्ष कुलदीप वधवा, मंत्री रामेश्वर दुबे,नगर प्रचार मंत्री नंदलाल सैनी,रामेश्वर मीणा,राजकुमार श्रृंगी, सुनील हाड़ौती,राजेश शेरगढिय़ा, परमेंद्र ङ्क्षसह हाड़ा, संदीप चतुर्वेदी, नीरज पांडे,सुरेंद्र भारद्धाज सहित कई गणमान्य लोग शामिल रहे।
ड्रोन से होती रही निगरानी
शोभायात्रा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए थे। शोभायात्रा मार्ग पर जहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा तो वहीं आसमां से ड्रोन कैमरे से भी पुलिस निगरानी करती रही। सुरक्षा में 150 से अधिक जवान तैनात किए गए, जिनमें पुलिस, आरएसी, होमगार्ड के जवान शामिल रहे।
अखाड़ेबाज दिखाते चले करतब
शोभायात्रा में अखाड़ेबाजों का दल एक से बढ़ कर एक करतब दिखाते हुए चला। युवाओं के करतब देख लोग दांतो तले अंगुलिया दबाने को मजबूर हो गए। वहीं शोभायात्रा में राम दरबार ओर अयोध्या की झांकी समेत सजेधजे रथ में भगवान श्रीराम ठाठ-बाठ के साथ पग-पग आगे बढ़ रहे थे। झांकिया आकर्षण का केंद्र रही।