
बॉलीवुड की बुनियाद बचाना असली चुनौती
2024 में हिन्दी फिल्मों का घरेलू बॉक्स ऑफिस कलेक्शन (Box Office Collection) 4679 करोड़ रुपए रहा। इसमें से करीब एक-तिहाई (1464 करोड़) दक्षिण भारतीय फिल्मों को हिन्दी में डब की गई फिल्मों से आया। ऑरमैक्स बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में ग्रॉस बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 11,833 करोड़ रुपए (हर तरह की फिल्मों का मिलाकर) रहा, जो 2023 (12,226 करोड़) की तुलना में थोड़ा ही कम था। इस तरह बॉलीवुड ने आर्थिक रूप से बिखरने से बचने का रास्ता खोज लिया है, लेकिन असली चुनौती बुनियाद बचाने की है।2025 में बॉलीवुड का दिखेगा नया अवतार?
2024 में मूल रूप से हिन्दी में बनीं केवल छह फिल्में ही सौ करोड़ से ऊपर का कारोबार कर सकी थीं। बीते साल कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में हिन्दी की हिस्सेदारी दस साल (कोरोना काल के 2020-22 को छोडकऱ) में सबसे कम (40%) रही। यह तब है जब हिन्दी फिल्मों में दूसरी भाषाओं की डब की गई फिल्मों को भी शामिल रखा गया है।
प्रोड्यूसर्स की मुश्किल
- नुकसान के डर से लीक से हटने का जोखिम नहीं लेते और क्या चलेगा, इसका भी कुछ पता नहीं।
- राइटर्स पर बजट का काफी छोटा हिस्सा खर्च करना और एक्टर्स फीस में कोई रियायत नहीं देते।
- ओटीटी प्लेटफॉर्मस भी अब पहले की तरह नहीं खरीदते, मुनाफे को लेकर ज्यादा सतर्क हो गए हैं।
दर्शक दूर क्यों?
- नयापन नहीं
- महंगे टिकट
- ओटीटी का विकल्प
- स्टार्स का कम होता क्रेज
इस साल इन फिल्मों से उम्मीद
जाट (सनी देओल), हाउसफुल 5 (अक्षय कुमार और संजय दत्त), वार 2 (रितिक रोशन और कियारा आडवाणी), सितारे जमीन पर (आमिर खान), अल्फा (आलिया भट्ट)।सिकंदर का मुकद्दर
सलमान खान की ‘सिकंदर’ 30 मार्च को ईद पर रिलीज की गई। तब से पांच अप्रेल तक इसका बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 97.5 करोड़ रुपए ही रहा है। तारीख – बॉक्स ऑफिस कलेक्शन (करोड़ रु.)30 मार्च – 26
31 मार्च – 29
1 अप्रेल – 19.5
2 अप्रेल -9.75
3 अप्रेल – 6
4 अप्रेल – 4.01
बॉक्स ऑफिस पर हिन्दी का कितना दम
कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में हिन्दी फिल्मों की कितनी हिस्सेदारी रही है, बीते दस साल का आंकड़ा यहां देखा जा सकता है।
साल- हिन्दी की हिस्सेदारी | साल- हिन्दी की हिस्सेदारी |
2015- 45% | 2020-21- 27% |
2016- 44% | 2022 – 33% |
2017- 41% | 2023 – 44% |
2018- 45% | 2024- 40% |
2019 – 44% |