दरअसल, ईद के मौके पर कई युवक वक्फ बोर्ड द्वारा लाए जा रहे बिल का विरोध अपनी बांह में काली पट्टी बांधकर कर रहे थे। इसी दौरान कुछ युवा फिलीस्तीन के समर्थन में बैनर लेकर खड़े नजर आए। शहर के मोती मस्जिद में भी यमन और फिलीस्तान के साथ वक्फ बोर्ड के लिए दुआ पढ़ी गई।
मंत्री ने दी हिदायत
मंत्री विश्वास सांरग सारंग ने हिदायत देते हुए कहा है कि बिना बिल को पढ़े उसका विरोध करना गलत है। जब पाकिस्तान आतंकवादी हमला करता है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार होते हैं और कश्मीरों में पंडितों पर जुल्म होता है। तब काली पट्टी क्यों बांधी जाती?
उन्माद फैलाने की कोशिश नहीं की जाएगी बर्दाश्त
आगे मंत्री ने कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियों से गरीब मुसलमानों को कोई फायदा नहीं मिला है। इसका फायदा केवल अमीर मुस्लिम नेताओं और बेजा कब्जा करने वालों ने उठाया है। फिलीस्तीन को समर्थन देने वालों पर कहा कि देश में फिरकापरस्ती और उन्माद फैलाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।