ईडी की दो सदस्यों की टीम बुधवार रात भीलवाड़ा पहुंची। सुबह 4 बजे केंद्रीय रिजर्व पुलिस के अधिकारी भी भीलवाड़ा पहुंचे। दिल्ली से निर्देश मिलते ही टीम गुरुवार सुबह मोबाइल व्यापारी के आवास के बाहर पहुंची। तीन-चार वाहनों के साथ हथियारबंद जवानों को देखकर आस-पास में सनसनी फैल गई। टीम में दो महिला अधिकारी भी शामिल थीं। अधिकारियों के मकान में घुसते देख गिरीश एलानी ने प्रताप नगर थाना पुलिस को फोन किया। गिरीश ने पुलिस को बताया कि घर में कुछ अंजान लोग घुस गए हैं। पुलिस ने जानकारी लेकर फोन को बंद कर दिया। अधिकारियों ने उसे ईडी की कार्रवाई बताई तो वह सन्न रह गया। आस-पास में रहने वाले लोग यह सोचकर एकत्रित हो गए की कहीं कोई घटना हो गई है, लेकिन पुलिस टीम ने सभी को अपने-अपने घरों में भेज दिया तथा गली को पूरी तरह से खाली करवा दिया।
हवाला कारोबार का संदेह ईडी ने गत दिनों केकड़ी में एक हवाला कारोबारी के यहां दबिश दी थी। उस दौरान भीलवाड़ा के गिरीश का नाम सामने आया था। अधिकारियों ने इसके नाम पर जांच करने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया। अधिकारियों ने फिलहाल कुछ भी बताने से इंकार किया है, लेकिन माना जा रहा है कि कुछ दस्तावेज मिले हैं। अब उनकी जांच की जाएगी।
ईडी की लगातार कार्रवाई ईडी की टीम ने प्रदेश के विभिन्न शहरों में लगातार ऐसे मामलों पर सर्च ऑपरेशन चला रखा है। इसी कड़ी में भीलवाड़ा में यह कार्रवाई की है। कोटा में भी गुरुवार को कार्रवाई की गई। गत दिनों अजमेर, केकड़ी में भी कार्रवाई को अंजाम दिया गया था। इससे पहले भीलवाड़ा में एक स्क्रेप व्यापारी के यहां कार्रवाई हुई थी। इसके अलावा जयपुर, अजमेर, उदयपुर, नोएडा और मुंबई में सोलह स्थानों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत एक मामले में तलाशी अभियान चलाया था। इसमें सोना, हीरा, कीमती पत्थरों की तस्करी के बदले अवैध रूप से विदेशों में धन भेजने की सूचना थी। दो कंपनियों के बैंक खातों के माध्यम से हांगकांग और यूएई स्थित विभिन्न विदेशी संस्थाओं को 400 करोड़ रुपए भेजे जाने के मामले सामने आया है।