मिली जानकारी के मुताबिक, कसडोल एसडीएम रामरतन दुबे, तहसीलदार विवेक पटेल और जनपद सीईओ कमलेश साहू सुशासन तिहार की मॉनिटरिंग करने के लिए देवरीकला से असनिंद की ओर जा रहे थे। इस दौरान बैगनडबरी रोड पर उनकी नजर घटना के बाद दर्द से कराह रहे 5 युवकों पर पड़ी। उन्होंने तत्काल 108 एंबुलेंस को कॉल किया। एंबुलेंस आते तक वे घायलों के साथ ही रहे।
समय की कमी जानकर घायलों को अपनी गाड़ी में लिटाया और साथ लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल के लिए निकल पड़े। हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही एसडीएम ने सीएचसी के डॉक्टरों को सूचना दे दी थी। घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार मिलने से उनकी हालत में काफी सुधार आया है। 4 की हालत अब ठीक बताई जा रही है। वहीं, एक युवक पर सिर पर गहरी चोट आने से गंभीर है। उसका इलाज जारी है।
घायलों की मदद करने तत्काल आगे आएं: दुबे
घटना के बाद एसडीएम रामरतन दुबे ने लोगों को संदेश दिया कि सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे आएं। समय पर घायलों को उपचार मिलने से उनकी जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग समेत अन्य सड़कों में हादसों की खबर लगातार सामने आती रहती है। ऐसे में खुद समझदारी दिखाते हुए गाड़ी संभलकर चलाएं।
सड़क पर अगर कोई घायल दिख जाए, तो तत्काल उसे मदद मुहैया कराएं। न कि तमाशबीन बनकर वीडियो बनाएं। ऐसी लापरवाही से घायलों की जान जा जा सकती है। उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों में लोग मदद के लिए आगे आएं इसलिए सरकार ने कई नियमों में सरलीकरण भी किया है।