उन्होंने बताया कि आरोपी उमाकांत ने उनकी पत्नी को
महिला बाल विकास विभाग में पर्यवेक्षक की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 5 लाख रुपए लिए। आरोपी ने एक अन्य व्यक्ति से भी पर्यवेक्षक की नौकरी लगाने के नाम पर 5 लाख रुपए और श्रम विभाग में श्रम निरीक्षक की नौकरी दिलवाने के नाम पर तीसरे व्यक्ति से 11 लाख रुपए नगद व चेक लिया था।
CG Thug News: पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज किया और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए त्वरित कार्रवाई की। आरोपी को 10 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की बात स्वीकार की। पुलिस ने उस पर धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया। उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी है।
बता दें कि यह मामला जिले में पिछले कुछ सालों में महिला एवं बाल विकास विभाग में पर्यवेक्षक की नौकरी लगाने के नाम पर हुए करोड़ों रुपए के
भ्रष्टाचार से भी जुड़ा है। कई आवेदकों ने इस मामले में शिकायतें दर्ज कराई थीं, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया।