पानी अलवर जिले की सबसे बड़ी समस्या है। हर चुनाव में यह मुद्दा भी बनती रही, लेकिन इसका स्थाई समाधान अब तक नहीं हो सका है। पानी की समस्या का बड़ा कारण भूजल स्तर में निरंतर गिरावट रही है। बारिश कम होने तथा बांध, तालाब अतिक्रमण की भेंट चढ़ने के कारण बारिश का पानी बहकर निकल जाता है। इस कारण हर साल जमीन में पानी की रिचार्ज मात्रा कम हो रही है। अलवर शहर की करीब पांच लाख की आबादी पिछले कई सालों से पानी की समस्या से जूझती रही है। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की ओर से तात्कालिक राहत के लिए हर साल नए ट्यूबवैल स्वीकृत कर समस्या निराकरण का दावा किया जाता रहा है, लेकिन भूजल स्तर में गिरावट से हर साल सूखने वाले ट्यूबवैलों की संख्या नए लगे टयूबवैलों से ज्यादा पहुंच जाती है, जिसका नतीजा पेयजल किल्लत के रूप में देखने को मिल रहा है।
अलवर की जनता के लिए जयसमंद का भरना जरूरी अलवर शहर की पांच लाख आबादी के लिए जयसमंद बांध का मानसून के दौरान लबालब होना जरूरी है। बांध में पानी की आवक होने से आसपास के क्षेत्रों के भूजल स्तर में वृदि्ध होगी, जिससे सूखे ट्यूबवैल भी पानी दे सकेंगे। वहीं नए टयूबवैलों की उम्र भी बढ़कर समस्या समाधान में सहायक होगी।
1200 मीटर नहर की सफाई एक सप्ताह में जरूरी सिंचाई विभाग का दावा है कि नटनी का बारां से जयसमंद बांध तक 12.70 किलोमीटर लंबी नहर की सफाई का कार्य आगामी एक सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा। इस नहर की 7365 मीटर सफाई पिछले साल ही कर ली गई थी, वहीं इन दिनों 7365 मीटर से 10800 मीटर तक नहर सफाई का कार्य जारी है, इसमें 10500 मीटर नहर की सफाई की जा चुकी है, वहीं शेष के तीन चार दिन में पूरा होने की उम्मीद जताई गई है। साथ ही 10800 मीटर से 12700 मीटर नहर में 11800 मीटर नहर की सफाई का दावा किया जा रहा है। सिंचाई विभाग के दावों पर यकीन करें तो 1200 मीटर नहर की सफाई होना अभी शेष है।
पत्रिका का अभियान लाया रंग राजस्थान पत्रिका की ओर से अलवर शहर की पांच लाख आबादी की लाइफ लाइन माने जाने वाले प्राचीन जयसमंद बांध को पुनर्जीवित करने के लिए समाचार अभियान शुरू किया, इसका नतीजा यह रहा कि तत्कालीन जिला कलक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने नटनी का बारां से जयसमंद बांध तक नहर की सफाई के लिए 1.50 करोड़ की राशि मंजूर की तथा कार्रवाई करा जयसमंद बांध की पेटा 128 बीघा पेटा जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। साथ ही नहर की सफाई कार्य शुरू कराया, जो अब अंतिम चरण में है।