ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया की 18 जून को सुबह करीब 11 बजे पवन कुमार वार्ड ब्वॉय भर्ती कक्ष में साफ-सफाई कर रहा था। इसी समय मामन पुत्र नानक राम झीवर ने वार्ड ब्वॉय के साथ मारपीट शुरू कर दी और कहा की तू हमारा इलाज पहले क्यों नहीं कर रहा। वार्ड ब्वॉय ने कहा की उसका कार्य केवल साफ-सफाई का है। आप नर्सिंग स्टाफ से कहिए इस बात पर वार्ड ब्वॉय को मामन ने कई थप्पड़ मार दिए। जिसके कारण ये अवसाद में आ गया। मारपीट करने के वाले के खिलाफ लिखित में पुलिस थाने में अवगत करा दिया गया था। ज्ञापन में अवगत कराया की दस दिन पहले भी नर्सिंग स्टाफ के साथ झगडा हुआ था। जिसकी एफआईआर दर्ज कराई गई थी। लेकिन पुलिस की ओरसे कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। पुलिस की शिथिलता के कारण स्वास्थ्यकर्मियों में भय बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचरियों ने चेतावनी दी है की इस प्रकार की घटना होने पर लिप्त लोगों पर कार्यवही नहीं की गई तो समस्त स्टाफ कार्य का बहिष्कार करेंगे।
वार्ड ब्वॉय के साथ हुए मारपीट के मामले को लेकर सोमवार को चिकित्सालय में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया। जिससे ओपीडी में आने वाले मरीजों को उपचार के लिए काफी देर तक इंतजार करना पडा। हालांकी इसी दौरान गंभीर हालात में आए एक मरीज का उपचार कर चिकित्सकों ने मानवता का भी संदेश दिया। लेकिन ओपीडी में आने वाले मरीजों को करीब दो घंटे तक इधर-उधर भटकना पडा। मामले की सूचना ब्लॉक के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गोविन्द सिंह को मिलने पर मौके पर पहुंचे तथा घटना के बारे में जानकारी लेने के बाद चिकित्सकों व स्टाफ से समझाईश कर ओपीडी चालू करा दी गई।
ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गोविन्द सिंह ने बताया की उपखंड मुख्यालय की सीएचसी पर वार्ड ब्वॉय के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। जिसे लेकर स्टाफ द्वारा जिला कलक्टर एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नाम का ज्ञापन सौंपा गया है। उन्हंोने बताया की मामले में उचित कार्यवही के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया जाएगा।