इस जमीन की कीमत डीएलसी दर के हिसाब से 1.23 करोड़ है, लेकिन बाजार में इसका मूल्य 10 करोड़ से ज्यादा बताया जा रह है। यह कार्रवाई पीएमएलए एक्ट के तहत की गई है। पेपर लीक मामले में जितनी भी संपत्तियां अब तक अटैच या कब्जे में ली हैं, वे ब्लैक मनी से खरीदी गई संपत्तियां हैं।
पूर्व में की गई जब्ती
ईडी ने सितंबर 2024 में इस केस के मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा और प्रदीप पाराशर के चार बैंक खातों में जमा 10,89,259 रुपए जब्त किए थे। इसके अलावा फरवरी 2022 में मीणा के गोपालपुरा बाइपास स्थित स्कूल व कॉलेज की तीन मंजिला बिल्डिंग को भी जेडीए ने कार्रवाई पर गिरा दिया था। इस मामले में मुख्य आरोपियों सहित 131 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ईडी की कार्रवाई अभी जारी है।