दो पारियों में निरंतर सफाई सड़क सहित किनारों पर पड़े कचरे को तत्काल हटाया जा रहा है। दोपहर बाद दूसरी पारी में भी सफाईकर्मी लगाए गए हैं। दो पारी में सफाई से सड़कें साफ-सुथरी नजर आ रही हैं।सार्वजनिक मूत्रालय व शौचालयों की भी हालत सुधारी जा रही है। टूटे नल,पाइप लाइन, टाइल्स आदि की मरम्मत व रंगोली बनाई गई है।
कचरा डिपो की दीवारें रंगी, शौचालय साफ किए सफाई निरीक्षक ओम प्रकाश ने बताया कि शहर के कचरा डिपो की दीवारों व डिवाइडरों पर रंग दमकाया गया है। दुकानों के आगे कूड़ादान रखे जा रहे हैं। प्रमुख रूप से आशागंज गुर्जर मोहल्ला, सरस्वती नगर मेयो लिंक रोड, नगरा, वीर चौक, दरगाह बाजार, नला बाजार, जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के बाहर, भजन गंज आदि क्षेत्रों में शौचालय-मूत्रालयों की सफाई की गई।
आंकड़ों में काम सर्विस लेवल प्रोग्रेस – डोर-टू-डोर, सड़क सफाई, गीला सूखा कचरा – 60 प्रतिशतसर्टिफिकिकेशन ओडीएफ -खुले में शौचमुक्त, सार्वजनिक टॉयलेट – 26 प्रतिशतजन सहभागिता – संस्थाओं के स्वच्छता,प्लास्टिक मुक्त अभियान- 14 प्रतिशत
————————————- सूखा कचरा -सड़क पर सफाई व डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण- बायो मेडिकल वेस्ट – अस्पताल आदि से निकलने वाला कचरा – निर्माण सामग्री मलबा, प्लास्टिक, कांच, गत्ता, सेनेट्री वेस्ट- हानिकारक कचरा
– ट्यूबलाइट, कांच, बल्ब, सिरिंज, ब्लेड- लोहा कबाड़, उपकरण, वाहन आदि- ई-वेस्ट पुराने लैपटॉप, कम्प्यूटर मोबाइल, प्रिंटर,टीवी आदि-कारकास – मृत जानवर आदि. ———————————————- रैकिंग में कहां हम वर्ष 2022 राज्य स्तर – 3
राष्ट्रीय स्तर – 138 वर्ष 2023 राज्य स्तर – 3 राष्ट्रीय स्तर – 216 ————————————————————————– पार्ट दो ::स्वच्छता सर्वेक्षण टीम पहुंची, गुपचुप परखी 20 से अधिक वार्डों की सफाई
अजमेर. स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम ने बुधवार को अजमेर में गुपचुप सर्वे शुरू कर दिया। स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 में स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के अंतर्गत फील्ड असेसमेंट के लिए टीम ने ऊसरी गेट, केसरगंज, आशागंज सहित सघन बस्तियों की सफाई को परखा।शहर के विभिन्न वार्डों में सामुदायिक शौचालय, स्मारक, गार्डन, कच्ची बस्ती, व्यावसायिक क्षेत्र आदि का निरीक्षण किया। टीम ने औचक निरीक्षण में मानकों के आधार पर मूलभूत सुविधाओं की जांच की। बुधवार को शहर के लगभग 20-22 वार्डों में टीम ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सार्वजनिक टॉयलेट्स व आवासीय कॉलोनियों की सफाई को परखा। जानकारी के अनुसार टीम दो से चार दिन गोपनीय तरीके से सर्वे करेगी। इसमें स्थानीय स्तर पर किसी अधिकारी को बताए बगैर सीधे मौका स्थल पर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया जाएगा।
सिटीजन फीड बैक में ऐसे सवाल. . . आप अजमेर में कब से रह रहे हो, क्या आपके घर गाड़ी आती हैं, सेप्टिक टंक भर जाए तो कैसे खाली करवाओगे, क्या कभी गलती करने पर निगम चालान कटता है,सफाई कब-कब होती है, कितनी दूरी पर टॉयलेट है, कभी गए हो उसमें, कॉमर्शियल और कच्ची बस्ती में सफाई और नाली क्लीनिंग होती है क्या। इन प्रश्नों के आधार पर आमजन से ऑन व ऑफलाइन फीड बैक लिया जा रहा है।