एडीए उपायुक्त सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि प्रथम चरण में करीब साढ़े तीन किलोमीटर बहाव क्षेत्र को क्लीयर कराने का कार्य शुरू किया गया है। यह कार्य निरंतर चलेगा। मंगलवार को वरुण सागर की पाल शुरू किया गया कार्य बुधवार को भी जारी रहा।अधिकारियों के अनुसार बांडी नदी के राजस्व रिकॉर्ड अनुसार पूर्व में किए गए सीमांकन व लगाए गए पिलर्स के अनुसार इसके चैनल रूट को आनासागर तक सुनिश्चित किए जाने का काम शुरू किया जाएगा। ताकि बारिश से पहले इसके बहाव क्षेत्र को निर्बाध किया जा सके। इससे ओवरफ्लो व आवासीय क्षेत्रों में जलभराव से राहत मिल सके।
अगले चरण में हटेंगे पक्के निर्माण एडीए के अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दूसरे चरण में बहाव क्षेत्र में आने वाले 30 से अधिक मकान जद में हैं। कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। अवैध कब्जों के निशान भी लगाए जा चुके हैं। मकान मालिकों ने सहयोग का भरोसा दिलाया है। गौरतलब है कि करीब पांच किलाेमीटर लंबी नदी को वरुण सागर से शुरू होकर डिफेंस कॉलोनी, हाथीखेड़ा व बोराज पंचायत क्षेत्र, ज्ञान विहार के रास्ते आनासागर तक मिलाया जाएगा। प्रथम चरण में नदी के चैनल को सुगम करने के लिए चार जेसीबी लगाकर से काम शुरू कर दिया गया है।