मार्गी बताती हैं कि यह उनका पाचवां प्रयत्न था। दो बार तो सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में वे सफल नहीं हो पाईं। एक बार मुख्य परीक्षा में सफलता नहीं मिली तो एक बार इंटरव्यू पास नहीं कर पाईं। इस बार प्राथमिक , मुख्य परीक्षा के साथ इंटरव्यू को भी पास करने में सफलता मिली। वे खुश हैं कि उन्हें चौथी रैंक मिली है। पांचवें प्रयत्न में देश के टॉप पांच में स्थान पाया है।
एलडी इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर इंजीनियरिंग करने वाली मार्गी बताती हैं कि उन्होंने सोशलॉजी विषय से सिविल सेवा परीक्षा दी। चार बार की विफलता से वे निराश नहीं हुईं, क्योंकि परिजनों और मित्रों का पूरा सहयोग रहा। वे आत्मविश्वास बढ़ाते रहे।
निरंतर प्रयास से मिली सफलता
मार्गी बताती हैं कि सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के लिए उन्होंने बिना हताश हुए लगातार प्रयास जारी रखे और सफलता मिली। जो इसकी तैयारी कर रहे हैं उन्हें भी निराश होकर पढ़ाई छोड़नी नहीं चाहिए। बल्कि प्लान बी अपनाकर राज्य की प्रशासनिक परीक्षा या अन्य में भी प्रयत्न करने चाहिए। पति का भी काफी सहयोग रहा।