सहाय ने बताया कि देश में गुजरात पुलिस एकमात्र ऐसी राज्य पुलिस है, जिसका अपना खुद का डॉग ब्रीडिंग सेंटर है। खुशी की बात यह है कि इस ब्रीडिंग सेंटर के जरिए पुलिस डॉग का कुनबा बढ़ाने में मदद मिल रही है। ये नए 11 डॉग गुजरात पुलिस बेड़े में शामिल होंगे। इन्हें नशीले पदार्थ और विस्फोटकों को सूंघ कर खोजने में प्रशिक्षित किया जाएगा। डीजीपी सहाय ने लोगों इन नए 11 श्वानों के नाम सुझाने को कहा है। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर लोगों से अपील भी की।
जन्म देने वाली मादा भी इसी सेंटर में जन्मी
डीजीपी सहाय ने बताया कि खुशी की बात यह है कि जिस मादा डॉग चेजर ने 11 श्वानों को जन्म दिया है। उसका खुद का जन्म भी इसी सेंटर में हुआ था। सूत्रों के तहत यह 2021 में जन्मी है। इसकी आयु साढ़े तीन साल है। इसकी यह पहली डिलिवरी है। यह अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस में सेवारत है। चेजर ने जून 2024 में बोपल इलाके में झाडि़यों में लावारिस हालत में फेंके गए नवजात की मां को खोज निकाला था। इसके लिए चेजर और उनके हैंडलर एएसआई ईश्वरभाई को स्वतंत्रता दिवस समारोह पर तत्कालीन कलक्टर प्रवीणा डीके ने सम्मानित भी किया था।