यह घटना बुधवार सुबह 10 बजे जब इंदिरा सर्किल के पास हुई। यहां ट्रैफिक सिग्नल बंद था। सिग्नल पर वाहन खड़े थे, ऐसे में कोटेचा चौक की ओर से आई सिटी बस के चालक ने लापरवाही से बस चलाते हुए लाल सिग्नल होने के बावजूद बस को ब्रेक नहीं मारी और वहां खड़े 7 वाहनों को टक्कर मारते हुए आगे बढ़ गई। इसके चलतेे वाहनों के चालकों और सवार 4 लोगों की मौत हो गई। इनमें राजकोट मनपा के ऑडिट विभाग का क्लर्क राजू गिडा (35), अक्षर मार्ग निवासी संगीता चौधरी (40), हाथीखाना निवासी चिन्मय उर्फ लालो भट्ट (25), कोटेचा चौक निवासी किरण कक्कड़ (56) शामिल हैं। एक बालिका सहित 4 अन्य घायल हो गए। इनमें विशाल मकवाणा (28), सूरज (42), सानिया राजबर (17) और विराजबा खाचर (7) शामिल हैं।
बस चालक को पकड़कर पीटा
सिटी बस चालक रतनपर निवासी शिशुपाल राणा को गुस्साए लोगों ने पकड़ लिया। उसे जमकर पीटा। पुलिस को सौंप दिया। मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख की सहायता
महापौर नयना पेढडिया, आयुक्त तुषार सुमेरा ने चार मृतकों के परिजनों को राजकोट मनपा की ओर से 15-15 लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की है। घायलों को 2-2 लाख की सहायता दी जाएगी। साथ ही थर्ड पार्टी बीमा की राशि भी मिलेगी।
बस चालक को बर्खास्त करने का निर्देश
महापौर, आयुक्त ने बस चालक शिशुपाल सिंह राणा को तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि उचित जांच के बाद सिटी बस संचालन में शामिल विश्वम एजेंसी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
सिटी बस चालक पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज, नहीं था वैध लाइसेंस
शहर में इंदिरा सर्कल के पास हुए हादसे में सिटी बस चालक शिशुपाल राणा के पास वाहन चलाने का वैध लाइसेंस नहीं था। लाइसेंस की समय सीमा इस साल 17 फरवरी को समाप्त हो गई थी। जोन-2 के पुलिस उपायुक्त जगदीश बांगरवा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस गंभीर घटना में चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा मोटर वाहन अधिनियम की धारा 5 (बिना लाइसेंस के वाहन चलाना), धारा 117 (सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालना), धारा 181 (गलत सूचना देना) और धारा 184 (लापरवाही से वाहन चलाना) के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
शहर पुलिस आयुक्त पहुंचे मौके पर
हादसे के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। गुस्साए लोगों ने सिटी बस में पथराव किया और खिड़कियां, कांच तोड़ दिए। सूचना मिलने पर शहर पुलिस आयुक्त ब्रजेशकुमार झा, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित गांधीग्राम पुलिस स्टेशन के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने गुस्साए लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन, भीड़ ने चक्काजाम और हंगामा शुरू कर दिया। इस कारण पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
शराब के नशे में बस चलाने का आरोप
दुर्घटना के बाद मौके पर एकत्र एकत्र हुए लोगों ने आरोप लगाया कि सिटी बस चालक ने सिग्नल बंद होने के बावजूद बस को आगे बढ़ाया। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि चालक शराब के नशे में बस चला रहा था। मृतकों के परिजनों ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखकर कार्रवाई की जानी चाहिए। जानकारी के अनुसार बस चालक सिटी बस चालक रतनपर निवासी शिशुपाल राणा के खिलाफ पूर्व में भी लापरवाही से बस चलाने का मामला दर्ज हुआ था। बस चालक के ड्राइविंग लाइसेंस की अवधि पूरी हो चुकी थी।
सिटी बसें बंद करने को लगाए नारे
लोगों का कहना था कि अनियंत्रित सिटी बस चालक अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। सिटी बस चालक लापरवाही से बस चलाते हैं। बुधवार को हुई घटना के बाद लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया और सिटी बसें बंद करने के लिए नारे लगाए।
अस्पताल में माहौल गमगीन
हादसे में मृत चारों लोगों के शव अस्पताल पहुंचाए गए। वहां मृतकोंं के परिजनों के रुदन से माहौल गमगीन हो गया। बस का ठेकेदार भाजपा का पूर्व पदाधिकारी
जानकारी के अनुसार मनपा की सिटी बस का ठेकेदार विक्रम डांगर राजकोट में वार्ड नंबर 4 मेंं भाजपा का पूर्व महामंत्री बताया गया है। राज्यसभा सांसद राम मोकरिया ने कहा कि जिन लोगों ने भूल की, उनके खिलाफ मनपा की ओर से कार्रवाई की जानी चाहिए। विधायक डॉ. दर्शिता शाह ने कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।